निर्भया कांड: मुसीबत में फंसा हत्याकांड का चश्मदीद गवाह, सामने आया बड़ा सच
punjabkesari.in Thursday, Nov 14, 2019 - 03:15 PM (IST)

नई दिल्लीः 16 दिसंबर 2012 की तारीख को कभी भूला नहीं जा सकता क्योंकि इस दिन कुछ हैवानों ने हैवानियत की सारी हदें पार करते हुए न सिर्फ एक लड़की की इज्जत को तार-तार किया था बल्कि उसकी ऐसी हालत बना दी थी कि वो जिंदगी की जंग हार गई। जी हां, हम बात कर रहे हैं 'निर्भया हत्याकांड' की। इस केस में निर्भया का दोस्त अवनींद्र पांडे इकलौता चश्मदीद था। अवनींद्र वही लड़का है जो उस रात निर्भया के साथ उस बस में मौजूद था। वो दोनों साउथ दिल्ली के एक मॉल से फिल्म देखकर वापस घर लौट रहे थे जब ये घटना हुई। केस के बाद अवनींद्र ने सभी टीवी चैनल्स को उस काली रात की दर्दनाक सच्चाई बताई जिसने हर किसी के दिल को झकझोर दिया।
वहीं अब अवनींद्र के खिलाफ निर्भया हत्याकांड में फांसी की सजा पाए चार में से एक मुजरिम के पिता ने दक्षिण पश्चिम दिल्ली जिले के डीसीपी और आर.के. पुरम थाने में शिकायत दर्ज करवाई है। आरोपी के पिता ने थाने में दर्ज अपनी शिकायत में कहा कि निर्भया का दोस्त बिकाऊ था और उसने पैसे लेकर सभी अखबारों और न्यूज चैनलों में बयान दिए। समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक दोषी के पिता ने यह शिकायत दिल्ली के आर.के. पुरम थाने में 2 नवंबर, 2019 को दी गई है। शिकायतकर्ता का नाम हीरा लाल गुप्ता पुत्र नौरंगी लाल गुप्ता। हीरा लाल गुप्ता पवन कुमार गुप्ता के पिता है। बता दें कि पवन गुप्ता दिल्ली की मंडोली स्थित जेल में बंद है। पवन निर्भया हत्याकांड में फांसी की सजा पाए चार दोषियों (मुकेश, अक्षय कुमार सिंह, विनय कुमार शर्मा) में से एक है। हीरा लाल गुप्ता ने कहा कि निर्भया को दोस्त भी दोषी है जिसने इस मामले को कमाई का जरिया बना लिया।
ये है पूरा मामला
शिकायकर्त्ता ने अपनी शिकायत में कहा कि 12 अक्तूबर, 2019 को सोशल मीडिया के जरिए पता चला कि निर्भया का दोस्त जोकि उस मामले में इकलौता चश्मदीद गवाह बनाया गया था, पैसे लेकर टीवी न्यूज चैनलों में बयानबाजी करने जाया करता था। शिकायत में आगे मुजरिम के पिता ने दिल्ली पुलिस द्वारा की गई उस जांच को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है। दोषी के पिता ने शिकायत में एक टीवी चैनल के दो-तीन वरिष्ठों को भी गवाह के बतौर पेश किया है।
ऐसे हुआ था अवनींद्र पांडे का स्टिंग
'निर्भया रेप केस' के करीबन 7 साल बाद एक हिंदी न्यूज चैनल के संपादकीय प्रबंधक (मैनेजिंग एडिटर) ने उस घटना से जुड़ा एक सच सामने रखा है जो अब तक छिपा हुआ था। मैनेजिंग एडिटर का खुलासा इसी साल 12 अक्तूबर को सोशल मीडिया पर काफी चर्चित हुआ था। मैनेजिंग एडिटर ने बताया कि निर्भया कांड के वक्त जिस अवनींद्र से सभी को सहानुभूति थी और हर कोई जिसका दर्द महसूस करने की कोशिश कर रहा था, उसी अवनींद्र को लेकर अब एक ऐसा खुलासा करने जा रहा हूं जिसने ना सिर्फ एक बार फिर से इंसानियत को शर्मसार कर दिया है बल्कि निर्भया रेप केस के दर्द को एक बार फिर से कुरेद दिया है। मैनेजिंग एडिटर ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक के बाद एक ट्वीट करके ऐसे खुलासे किए जिसने सभी को विचलित कर दिया। उन्होंने ट्वीट किया कि निर्भया का जो दोस्त उस घटना का गवाह था और सभी टीवी चैनलों पर जा-जाकर उस जघन्य कांड की कहानी सुना रहा था, वो ऐसे ही नहीं जा रहा था बल्कि इसके बदले पैसे ले रहा था।
अवनींद्र ने उगला सच
मैनेजिंग एडिटर ने ट्विटर पर लिखा कि वो भी 'निर्भया रेप केस' का सच अवनींद्र की जुबानी अपने चैनल पर दिखाना चाहते थे। उन्होंने अपने एक रिपोर्टर को अवनींद्र को स्टूडियो लाने की जिम्मेदारी दी लेकिन तभी उन्हें पता चला कि अवनींद्र अपने चाचा के साथ ही किसी भी स्टूडियो में जाता था और इसके बदले वो हजारों रुपए लेता था। पहले तो उन्हें इस बात पर यकीन नहीं हुआ कि कैसे कोई लड़का अपनी गर्लफ्रेंड के साथ हुई उस हैवानियत को अपनी कमाई का एक जरिया बना सकता है? कैसे एक दोस्त अपनी गर्लफ्रेंड की जिंदगी के सबसे बड़े दर्द को एक डील बना सकता है? मन में बहुत से सवाल थे और गुस्सा भी। आखिरकार उन्होंने अवनींद्र का असली चेहरा दुनिया के सामने लाने का फैसला लिया। इसके लिए उन्होंने एक स्टिंग ऑपरेशन किया। सबसे पहले उनके रिपोर्टर ने उनके सामने बैठकर अवनींद्र के चाचा से फोन पर बात की।
अवनींद्र के चाचा ने अवनींद्र के स्टूडियो आने की कीमत 1 लाख रुपए लगाई। कम करते हुए आखिरकार बात 70 हजार पर तय हुई। पहले मैनेजिंग एडिटर को लगा के भतीजे के नाम पर उसका चाचा शायद पैसे ले रहा हो इसलिए उन्होंने अवनींद्र के सामने चाचा को पैसे देने का फैसला लिया। उन्होंने स्टूडियो में अवनींद्र के सामने उसके चाचा को 70 हजार रुपए दिए गए और इस पर अवनींद्र ने कोई हैरानी नहीं जताई मतलब कि वो पैसे लेने के खिलाफ नहीं था। वहां लगे एक खुफिया कैमरे में सब रिकॉर्ड हुआ। फिर अवनींद्र को स्टूडियो ले जाया गया। ये शो पहले रिकॉर्ड किया जाना था। 10 मिनट की बातचीत के बाद रिकॉर्डिंग के दौरान ही अवनींद्र से पूछा गया कि वो निर्भया की इस दर्दनाक दास्तान को सुनाने के लिए टीवी चैनलों से पैसे क्यों लेते हैं? लेकिन अवनींद्र ने इससे साफ इंकार कर दिया। इस पर शो के रिकॉर्डिंग के दौरान ही अवनींद्र को ऑन-स्क्रीन उस पर हुए स्टिंग ऑपरेशन की क्लिप दिखाई गई जिसमें वो पैसे पकड़ रहा था और यह देख उसके होश उड़ गए। अपनी सच्चाई दुनिया के सामने उजागर होने का डर ही था कि उसने कैमरे के सामने इस बात के लिए माफी मांगी।
स्टूडियो से निकलते ही उस चैनल के मैनेजिंग एडिटर ने अवनींद्र को काफी जलील किया। इस दौरान न्यूजरूम के बाकी लोग भी वहां इकट्ठे हो गए। हर कोई हैरान था कि कैसे एक लड़का इस हद तक गिर सकता है। जो निर्भया लंबे समय तक असहनीय तकलीफ झेलकर इस दुनिया से चली गई कैसे उसका ही दोस्त उसकी उस तकलीफ को टीवी चैनलों में बेच सकता है? हर कोई चाहता था कि ये शो ऑनएयर हो लेकिन केस पर इसका असर न पड़े इसलिए चैनल ने टीआरपी की परवाह न करते हुए इस स्टोरी को न चलाने का फैसला लिया। जहां हर कोई अवनींद्र की जुबानी निर्भया की कहानी सुनाकर टीआरपी बटोर रहा था वहीं दूसरी तरफ शायद ये स्टोरी इन सभी टीआरपी के रिकॉर्ड को तोड़ कर इस रेस में जीत जाती लेकिन शायद उस दिन निर्भया हार जाती। इसलिए चैनल और मैनेजिंग एडिटर ने फैसला किया कि इस स्टिंग को ऑनएयर नहीं किया। लेकिन अवनींद्र जैसे लोग जरूर कटघरे में खड़े हो गए हैं जो रिश्तों की आड़ में रिश्तों को ही बेच देते हैं।