यहां 100 रूपए में मिल रहे हैं घर, खरीदना चाहेंगे आप ?

Sunday, Aug 04, 2019 - 05:19 PM (IST)

नेशनल डेस्क: क्या आप भी घर खरीदने का सपना देख रहे हैं। तो आपके लिए हमारे पास एक खुशखबरी है। अब आपको अपना मकान केवल 100 रूपए में मिल सकता है। जी हां, केवल 100 रूपए में। ये कोई मजाक नहीं बल्कि हकीकत है।यहां बात हो रही है ब्रिटेन और फ्रांस की। जहां आपको घर खरीदने के लिए लाखों-करोड़ों नहीं खर्च करने पड़ेंगे। केवल 100 रूपए में आप अपने मकान के मालिक बन सकते है। दरअसल, ब्रिटेन में औद्योगिकरण के वक्त बड़ी संख्या में खनिजकर्मियों के लिए कस्बे और कॉलोनियां बसाई गई थीं। जो अब एकदम खाली और वीरान हो गई हैं। इन मकानों और कॉलोनियों की हालत भी काफी खराब हो चुकी है। और अब इन इलाकों का वापस रि-डेवेलप करने के लिए हाउसिंग सोसाइटी ने एक अनूठी स्कीम चलाई।

इंग्लैंड के लिवरपूल में एक वक्त पर खनिजकर्मियों और फैक्ट्री वर्करों के लिए बड़ी संख्या में कॉलोनियों  बसाई गई थीं। लेकिन अब वो कॉलोनियां वीरान पड़ी हुई है और उनकी हालत भी काफी जर्जर है। जिसके बाद हाउसिंग सोसाइटी ने यहां पर खाली पड़े मकान को एक पाउंड में बेचने का एलान किया है। लेकिन इसके पीछे कुछ शर्तें हैं। शर्तों के मुताबिक इसे लेने वाले को यहां लंबे वक्त तक रहना होगा और इस मकान की मरम्मत भी खुद ही करानी होगी। लिवरपूल सिटी काउंसिल की इस योजना के पीछे के मुख्य उद्देश्य ब्रिटेन में हो रही घरों की कमी को दूर करना और इन वीरान पड़ी स्ट्रीट्स को वापस आबाद करना है। 

ब्रिटेन में पढ़ाई कर रही विक्टोरिया ब्रेनन उन शुरूआती लोगों में से एक हैं जिन्होने एक पाउंड में ऐसा ही एक घर खरीदा है। विक्टोरिया कहती हैं कि वो जानती थीं कि वो एक जोखिम ले रही हैं। उन्होंने लिवरपूल के पास एक कप कॉफी से कम कीमत में एक घर खरीदा था। ये एक तरह से जुआ खेलना जैसा था, लेकिन उनका ये दांव सही साबित हुआ और उनको दो बेडरूम का घर मिल गया। वो कहती हैं कि इतनी कम कीमत में घर पाना काफी सुखद अनुभव रहा। हालांकि, घर की हालत बेहद खराब थी और इसको ठीक करने के लिए काफी मेहनत और लगन की जरूरत थी। लेकिन वो इसके लिए तैयार थी।

वहीं एक भारतीय मूल के ब्रिटिश निवासी जयलाल मेडे ने भी जब रेडियो पर लिवरपूर हाउंसिंग सोसाइटी की इस स्कीम के बारे में सुना तो उन्होने तुरंत उनसे संपर्क किया। स्कीम की पूरी जानकारी लेने के बाज उन्होंने सारी औपचारिकताओं को पूरा किया और एक पाउंड में घर खरीद लिया। जयलाल बताते हैं कि मुझको जो घर अलॉट किया गया था, वो काफी पुराना और खराब हालात में था। लेकिन मैंने इसमें पैसा लगाकर इसे रेनोवेट कराया और अब ये हमारे परिवार के लिए एक शानदार थ्री बेडरूम के घर में बदल चुका हैं।

लिवरपूल काउंसिल ने इस स्कीम के तहत अबतक 75 घर बेचे हैं। वहीं करीब 2,500 लोगों ने इस स्कीम के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया है। इस स्कीम में आनेवाले वाले मकान अलग-अलग तरह के हैं। जिसमें कुछ बड़े हैं तो कुछ छोटे। लिवरपूल के मेयर जो एंडरसन ने मीडिया को बताया कि, ‘ जब सरकार ने इन घरों को तोड़ने से इंकार कर दिया तो उन्होने इस स्कीम को शुरू किया गया। जिससे यहां पर अब एक नए समाज का विकास हो रहा है।‘

वहीं ब्रिटेन की ही तर्ज पर फ्रांस के रूबै शहर में भी एक यूरो में घर बेचने की स्कीम चलाई जा रही है। रूबै एक वक्त काफी बड़ा औद्योगिक शहर हुआ करता था। जो अब पूरी तरह से उजड़ चुका है। फ्रांस अब इस शहर को दोबारा बसाने की कोशिश कर रहा है और इसी के तहत यहां पर एक यूरो में मकान मिल रहा है। हालांकि यहां भी ब्रिटेन जैसी ही शर्ते हैं। एक यूरो में मकान लेने के बाद आपको इस मकान को खुद ही रेनोवेट कराना होगा और आप 6 सालों तक इस मकान को छोड़कर नहीं जा सकते हैं। रूबै को फ्रांस का सबसे गरीब कस्बा कहा जाता है। यहां अधिकतर निवासी इस शहर को छोड़कर जा चुके हैं। इस स्कीम के तहत रूबै में तकरीबन 18-20 मकान बेचे जाएंगे।

इधर कुछ महीनों पहले इटली में भी इसी तरह की स्कीम ने लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचा था। जहां इटली के सम्बुका जिले में केवल एक यूरो में मकान बिकाऊ थे। दरअसल, पहाड़ी की चोटी पर बसे इस शहर से अधिकांश लोग पलायन कर चुके थे। ऐसे में इस वीरान शहर को फिर से बसाने के लिए यहां की हाउसिंग अथॉरिटी ने ये स्कीम चलाई। लेकिन यहां भी रहने की शर्तें काफी हद तक ब्रिटेन और फ्रांस जैसी ही थीं। जिसके मुताबिक सम्बुका में घर खरीदनेवाला पहले 5000 यूरो की रिफंडेबल सिक्यॉरिटी का भुगतान करेगा। इसके बाद,  उसे 3 साल के भीतर घर को रेनोवेट कराना होगा।  

इधर ब्रिटेन, फ्रांस, इटली के अलावा अमेरिका के इंडियाना के गैरी कस्बे में इसी तरह से केवल एक डॉलर में मकान बिकाऊ है। दरअसल, करीब 50-60 साल पहले यहां स्टील इंडस्ट्री हुआ करती थी। जिससे बड़ी संख्या में स्टील कर्मी यहां रहा करते थे। लेकिन, स्टील कंपनी के बंद हो जाने के बाद यहां पर आबादी धीरे-धीरे लगभग खत्म हो गई। जिसके बाद इस इलाके को दोबारा बसाने के लिए यहां पर एक डॉलर में मकान बेचने की स्कीम शुरू की गई। लेकिन शर्ते वहीं, कि खरीदनेवाला मकान को एक साल के अंदर रेनोवेट करा लेगा और फिर इसमें कम से कम पांच साल रहेगा। इसके साथ ही वो इस घर को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचाएगा। इसके अलावा खरीददार की सालाना आय कम से कम 35 हजार डॉलर होनी चाहिए।

prachi upadhyay

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