1 November से राशन कार्ड धारकों के लिए नए नियम: मिलेगा ये लाभ
punjabkesari.in Friday, Nov 01, 2024 - 12:16 PM (IST)
नेशनल डेस्क: भारत में आज भी कई ऐसे लोग हैं, जो रोजाना दो वक्त का खाना भी ठीक से नहीं खा पाते हैं। इन जरुरतमंद लोगों की सहायता के लिए भारत सरकार ने राशन कार्ड (Ration Card) की सुविधा उपलब्ध करवाई है। इस कार्ड के जरिए सरकार हर महीने गरीब लोगों को मुफ्त अनाज प्रदान करती है। राशन कार्ड का लाभ उठाने के लिए आधार कार्ड (Aadhaar Card) से इसे जोड़ना और ई-केवाईसी (E-KYC) कराना जरूरी है। इसके लिए आप अपने नजदीकी अनाज वितरण केंद्र पर जाकर ई-केवाईसी करवा सकते हैं। अब 1 नवंबर से राशन कार्ड से मिलने वाले खाद्यान्नों में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। आइए जानते हैं ये नए बदलाव क्या हैं और इससे राशन कार्ड धारकों को कैसे लाभ होगा।
नए बदलाव क्या हैं?
1 नवंबर से सरकार ने राशन कार्ड से मिलने वाले खाद्य पदार्थों की व्यवस्था में कुछ बदलाव किए हैं। पहले राशन की दुकान पर अनाज अलग-अलग मात्रा में दिया जाता था, लेकिन अब सरकार ने एक नई व्यवस्था लागू की है। पहले जहां राशन के तहत तीन किलो चावल और दो किलो गेहूं मिलते थे, अब इसकी जगह ढाई किलो चावल और ढाई किलो गेहूं दिया जाएगा। इसके अलावा, अंत्योदय कार्ड धारकों को भी 35 किलो खाद्यान्न में बदलाव किया गया है। पहले राशन कार्ड में 14 किलो गेहूं और 21 किलो चावल मिलता था, लेकिन अब सरकार इसके स्थान पर 18 किलो चावल और 17 किलो गेहूं देने का निर्णय लिया है। इससे स्पष्ट है कि सरकार ने चावल की मात्रा को घटाकर गेहूं की मात्रा को बढ़ा दिया है।
सरकार का यह फैसला क्यों?
इस बदलाव का उद्देश्य है कि राशन की दुकानों पर अनाज की वितरण प्रणाली को अधिक संतुलित बनाया जा सके। चावल और गेहूं की नई मात्रा से राशन कार्ड धारकों को बेहतर सुविधा मिलेगी। इसके अलावा, इससे सरकार की खाद्य सुरक्षा योजनाओं को भी मजबूती मिलेगी।
राशन कार्ड धारकों के लिए लाभ
इन बदलावों से राशन कार्ड धारकों को अनाज के वितरण में पारदर्शिता और स्थिरता मिलेगी। गेहूं की अधिक मात्रा से उन लोगों को लाभ होगा, जो इसे अधिक उपयोग करते हैं। यह परिवर्तन गरीबों के लिए भोजन की उपलब्धता को सुनिश्चित करने में मददगार साबित होगा। इसलिए, सभी राशन कार्ड धारकों से अनुरोध है कि वे अपने राशन कार्ड की स्थिति को ध्यान में रखें और जरूरत पड़ने पर ई-केवाईसी करवाने में देर न करें। सरकार की ये नई योजनाएँ और बदलाव निश्चित रूप से समाज के कमजोर वर्ग के लिए सकारात्मक कदम हैं। इससे राशन की उपलब्धता में सुधार होगा और जरुरतमंदों को एक बेहतर जीवन जीने का अवसर मिलेगा।