दिल्ली एयरपोर्ट पर देरी से चल रही उड़ानों के यात्रियों के लिए नई राहत, जल्दी मिलेगी ये सुविधा
punjabkesari.in Tuesday, Dec 03, 2024 - 12:25 PM (IST)
नेशनल डेस्क: दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (IGI) पर अब उन यात्रियों के लिए एक नई सुविधा शुरू की गई है, जिनकी उड़ानें तीन घंटे या उससे अधिक समय तक देरी से चल रही होती हैं। एयरपोर्ट प्रशासन ने विशेष बाड़े बनाए हैं, ताकि यात्रियों को जल्दी उतरने, सुरक्षा जांच से गुजरने और फिर से बोर्डिंग क्षेत्र में प्रवेश करने में आसानी हो। इस नई व्यवस्था का उद्देश्य सर्दियों में उड़ान शेड्यूल में हो रही बाधाओं और यात्रियों की असुविधा को कम करना है, जब घने कोहरे के कारण उड़ानें अक्सर देरी से चलती हैं।
नई व्यवस्था की शुरुआत
दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) ने बताया कि इस नई पहल के तहत तीनों टर्मिनल पर विशेष बाड़े बनाए गए हैं। इन बाड़ों का उद्देश्य उन यात्रियों को सहायता प्रदान करना है, जिनकी उड़ानें लंबे समय तक देरी से चल रही हैं। पहले, जब उड़ानें देर से चलती थीं, तो यात्रियों को मुख्य प्रवेश द्वार से फिर से टर्मिनल में प्रवेश करना पड़ता था। इस प्रक्रिया में उन्हें सुरक्षा जांच से गुजरना पड़ता था, जो आमतौर पर दो घंटे या उससे अधिक समय लेती थी। अब, नई व्यवस्था के तहत, जब उड़ान में देरी होती है, तो यात्री सीधे इन विशेष बाड़ों में जा सकते हैं। इन बाड़ों में सुरक्षा जांच का इंतजाम किया गया है, जिससे यात्रियों को बोर्डिंग क्षेत्र में फिर से प्रवेश करने से पहले केवल एक साधारण और तेज सुरक्षा जांच से गुजरना होता है। इससे उनका समय काफी बचता है और उन्हें ज्यादा परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता।
नई सुरक्षा जांच प्रक्रिया
DIAL के प्रवक्ता ने बताया, "इन बाड़ों में हम सुरक्षा जांच के लिए विशेष स्क्रीनिंग मशीनें लगा रहे हैं। इनका उद्देश्य सिर्फ उन्हीं यात्रियों के लिए सुरक्षा जांच करना है, जिनकी उड़ानें देरी से चल रही हैं। पहले, इन यात्रियों को हवाई अड्डे के मुख्य प्रवेश द्वार पर ले जाया जाता था, जहां उन्हें अन्य यात्रियों के साथ लंबी सुरक्षा जांच से गुजरना पड़ता था। अब यह पूरी प्रक्रिया केवल कुछ मिनटों में पूरी हो जाएगी।" इस नई व्यवस्था से यात्रियों को उतना समय नहीं लगेगा जितना पहले लगता था। पहले उन्हें दो घंटे या उससे ज्यादा समय तक सुरक्षा जांच से गुजरने में लग जाते थे, लेकिन अब यह समय घटकर केवल कुछ ही मिनटों में रह जाएगा।
उड़ान में देरी के दौरान यात्रा का अनुभव
DIAL के CEO, विदेह कुमार जयपुरियार ने इस पहल को लेकर कहा, "इस कदम से यात्रियों को एक बेहतर अनुभव मिलेगा। खासकर सर्दियों में, जब घने कोहरे के कारण उड़ानें देरी से चलती हैं, तब यह नई व्यवस्था यात्रियों के लिए राहत का काम करेगी। अब उन्हें उतना समय नहीं लगेगा जितना पहले लगता था, और वे जल्दी से एयरपोर्ट में वापस आकर अपनी उड़ान पकड़ सकेंगे।" उन्होंने आगे कहा, "यात्रियों को हवाई अड्डे के प्रवेश द्वार पर ले जाने के बजाय, हम उन्हें सीधे रिवर्स एंट्री पॉइंट पर लाएंगे। इससे उतरने और बोर्डिंग में लगने वाला समय पहले के मुकाबले बहुत कम हो जाएगा।"
यह कदम क्यों उठाया गया?
यह पहल नागरिक उड्डयन मंत्रालय के तहत नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) के नए दिशा-निर्देशों के तहत की गई है, जो अप्रैल में जारी किए गए थे। इन दिशा-निर्देशों के अनुसार, जब उड़ानें देरी से चलती हैं और यात्री पहले ही बोर्डिंग कर चुके होते हैं, तो उन्हें एयरपोर्ट के मुख्य प्रवेश द्वार से फिर से प्रवेश नहीं करना पड़ता। इसके बजाय, उन्हें इन विशेष बाड़ों से गुजरते हुए जल्दी से सुरक्षा जांच करनी होती है, ताकि वह अपनी उड़ान के लिए समय पर बोर्डिंग कर सकें।
यात्रियों को कैसे मिलेगा फायदा?
यह नई व्यवस्था खासकर सर्दियों में मददगार साबित होगी, जब घने कोहरे के कारण उड़ानों की स्थिति खराब रहती है। इस प्रक्रिया से यात्रियों को कम समय में टर्मिनल बिल्डिंग में दोबारा प्रवेश मिल जाएगा, जिससे उनका समय बर्बाद नहीं होगा और वे अपनी उड़ान के लिए जल्दी से तैयार हो सकेंगे। पहले जहां यात्रियों को मुख्य प्रवेश द्वार से फिर से प्रवेश करके लंबी सुरक्षा जांच से गुजरना पड़ता था, वहीं अब यह पूरी प्रक्रिया जल्दी और सुगम तरीके से पूरी होगी। दिल्ली एयरपोर्ट पर यह नई पहल यात्रियों के लिए एक सकारात्मक कदम है, जो देरी से चल रही उड़ानों के कारण असुविधा का सामना कर रहे थे। अब, विशेष बाड़ों के जरिए यात्रियों को जल्दी से उतरने, सुरक्षा जांच से गुजरने और बोर्डिंग के लिए पहुंचने में मदद मिलेगी। इससे यात्रियों का समय बचेगा और उन्हें बेहतर अनुभव मिलेगा।