महाराष्ट्र में कांग्रेस को मिला इस पार्टी का साथ, मिलकर लड़ेगी चुनाव
punjabkesari.in Sunday, Mar 25, 2018 - 03:50 PM (IST)
नेशनल डेस्क: एक तरफ एनडीए का कुनबा बिखर रहा है तो दूसरी ओर यूपीए गठबंधन लगातार मजबूत होता दिखाई दे रहा है। इसका एक उदाहरण महाराष्ट्र में देखेन को मिला। महाराष्ट्र के बीते साल हुए विधानसभा चुनाव में अपने दम पर लड़ने वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) अब कांग्रेस के साथ गठबंधन करने जा जा रही है। आने वाले लोकसभा व विधानसभा चुनाव में एनसीपी ने कांग्रेस के साथ मैदान में उतरने का फैसला किया है। इस ऐलान के साथ ही महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर असंमजस का माहौल बन गया है। अब सबकी निगाहें शिवसेना पर हैं, जिसने पहले ही एलान किया है कि वो बीजेपी से अलग होकर आने वाले चुनाव में जाएगी। देखना होगा कि शिवसेना भी इस गठबंधन का हिस्सा बनती है या फिर अकेले ही मैदान में उतरती है।
विकासाला आमचा विरोध नाही परंतु व्यवहार्यतेचा विचार झाला पाहिजे. महाराष्ट्र आणि गुजरातला जोडणारे मुंबई - बडोदा महामार्ग , इंडस्ट्रियल कॉरिडॉर, मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन हे तीन प्रकल्पांत डहाणू, पालघर भागातील शेतकऱ्यांच्या जमिनी मोठ्या प्रमाणावर जाणार व पर्यावरणाचे नुकसान होणार. pic.twitter.com/MlU1EMRbQz
— Sharad Pawar (@PawarSpeaks) March 24, 2018
पालघर येथील राष्ट्रवादी काँग्रेस पक्षाच्या मेळाव्याला उपस्थित राहून कार्यकर्त्यांशी संवाद साधला. कार्यकर्त्यांचा आवेश समजून घ्यायला हवा. भाजप सरकारच्या काळात पालघरमधले अनेक कारखाने, उद्योग बंद झाले, लोकांचे रोजगार गेले. नवीन रोजगारनिर्मितीचे स्वप्न भंग पावत आहे. pic.twitter.com/mkLlofVIoP
— Sharad Pawar (@PawarSpeaks) March 24, 2018
शरद पवार ने किया एलान
एनसीपी के प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि उनकी पार्टी अगले लोकसभा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में समान विचारधारा वाले दलों के साथ गठजोड़ करेगी। कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार में सहयोगी रहे एनसीपी ने महाराष्ट्र में पिछला विधानसभा चुनाव अलग होकर लड़ा था। पालघर के दौरे पर गए पवार ने कहा, ‘हम अगला लोकसभा और विधानसभा चुनाव समान विचारों वाली पार्टियों के साथ मिलकर लड़ेंगे।’ उन्होंने कहा कि इन अफवाहों के उलट, हाल में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ हुई मुलाकात के दौरान यह मुद्दा नहीं उठा कि प्रधानमंत्री कौन होगा। पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने बुलेट ट्रेन परियोजना की जरूरत पर भी सवाल उठाए।