NCRB ने जारी की रिपोर्ट, 19 शहरों के मुकाबले दिल्ली में सबसे ज्यादा बलात्कार

punjabkesari.in Thursday, Nov 30, 2017 - 07:47 PM (IST)

नेशनल डैस्कः राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आज जारी आंकड़ों के मुताबिक 2016 में दिल्ली में देश के 19 प्रमुख शहरों के मुकाबले सबसे अधिक अपराध के साथ बलात्कार के भी सर्वाधिक मामले दर्ज किए गए। राष्ट्रीय राजधानी हत्या, अपहरण, किशोरों की संलिप्तता वाले संघर्ष एवं आर्थिक अपराधों के मामले में भी पहले स्थान पर रहा।  बीस लाख से अधिक की आबादी वाले 19 प्रमुख शहरों में पिछले साल महिलाओं के खिलाफ कुल 41,761 मामले दर्ज किए गए। इनमें से 33 प्रतिशत यानी 13,803 मामले अकेले दिल्ली में सामने आए। इसके बाद मुंबई का नंबर आता है, जहां महिलाओं के खिलाफ करीब 12.3 फीसदी (5,128) मामले दर्ज किए गए।   

एनसीआरबी के आंकड़े के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी में महिलाओं के खिलाफ अपराध में 40 प्रतिशत मामले बलात्कार के थे। वहीं पति और उसके रिश्तेदारों द्वारा उत्पीडऩ एवं दहेज को लेकर होने वाली मौतों का आंकड़ा 29-29 फीसदी रहा। आईपीसी से जुड़े 38.8 प्रतिशत अपराध दिल्ली में हुए। इसके बाद बेंगलुरु (8.9 प्रतिशत) और मुंबई सात प्रतिशत का नंबर आता है।  दिल्ली में अपहरण के भी सर्वाधिक मामले दर्ज किए गए। वर्ष 2016 में राष्ट्रीय राजधानी में अपहरण के 5,453 (48.3 प्रतिशत), मुंबई में 1,876 (16.6 फीसदी) और बेंगलुरु में 879 (7.8 प्रतिशत) मामले दर्ज किए गए। 

हिंसक अपराध
दिल्ली में अपहरण और अगवा करने के सबसे अधिक मामले (5,453) दर्ज किए गए हैं जो 2016 के दौरान कुल अपराधों के (48.%) बनता है। मुंबई 16.6% (1,876) मामले और बेंगलुरु में 7.8% (879) मामले क्रमश: दूसरे व तीसरे स्थान पर हैं। दिल्ली शहर हत्याओं के मामले में भी 21.8% के साथ नंबर एक पर है। कुल (2194 मामलों में 479) कत्ल यहां हुए। बेंगलुरु में 10.4% (229) और पटना 8.9% (195) मामलों के साथ दूसरे और तीसरे स्थान पर है।

IPC और SLL अपराध
IPC और SLL अपराध महिलाओं के खिलाफ ज्यादा हैं। दिल्ली में कुछ IPC अपराधों में 38.8% है। इसके बाद बेंगलुरु में (8.9%) और मुंबई में (7.7%) का क्रमश: दूसरा और तीसरा नंबर है। SLL अपराधों के मामले में सबसे ज्यादा चेन्नई में 32.9% रिकॉर्ड किए गए। जो 19 महानगरीय शहरों में हुए कुल SLL के तहत है। यह आकड़े 2016 के हैं जिसके तहत कोच्चि (12.9%) सूरत (12.6%) से क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर है।

कानून के साथ किशोर मामले
19 महानगरीय शहरों में से दिल्ली में किशोर अपराध मामलों की संख्या सबसे अधिक बताई गई है। 2016 में दिल्ली में ऐसे मामलों की संख्या 35.6% बताई गई यानि कि (2368) अपराधिक मामले दिल्ली में हुए।

आर्थिक अपराध
2016 के दौरान दिल्ली में आर्थिक अपराधों के तहत सबसे अधिक मामले (5492) दर्ज किए गए जोकि 19.36% बनते हैं। इसके बाद जयपुर 15.4 (4742) मामले और 13.6% के साथ मुंबई (4191) मामले दर्ज किए गए।

साइबर अपराध
2016 के दौरान मुंबई में साइबर अपराध सबसे अधिक बताए गए हैं। कुल (4172) मामलों में से 23.5% के साथ (980) साइबर अपराध मुंबई में दर्ज किए गए। महिलाओं के खिलाफ अपराध मामलों में 2015 की बजाए 2016 में 2.9% की वृद्धि हुई। महिलाओं के खिलाफ अधिकांस मामले पति या उसके रिश्तेदारों द्वारा अत्याचारों के बनाए जाते है जिनकी संख्या (32.6%) है। महिलाओं के यौन शोषण मामले में (25.0%) दर्ज किए गए।  जबकि (19.0%) मामले बलात्कार और किडनैपिंग के दर्ज किए गए।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News