खुलासा: किसान आंदोलन की आड़ में भारत को बदनाम करने की साजिश रच रहा है पाकिस्तान!
Thursday, Feb 04, 2021 - 04:11 PM (IST)
नेशनल डेस्क: केन्द्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। दरअसल आंदोलन के नाम पर प्रोपेगेंडा फैलाकर भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बदनाम करने की साजिश के पीछे पाकिस्तान का हाथ होने की आंशका जताई जा रही है।
मोदी सरकार को बदनाम करने की बड़ी मुहिम
सूत्रों के अनुसार, कनाडा, यूके, जर्मनी और अमेरिका जैसे देशों में सक्रिय खालिस्तानी संगठन मोदी सरकार और भारत को बदनाम करने की बड़ी मुहिम में शामिल हैं। इस काम में सिख फॉर जस्टिस जैसे खालिस्तानी संगठन का कनाडा, यूके और अमेरिका में स्थित पाकिस्तानी दूतावास मदद कर रहा है। पाकिस्तान की आईएसआई ने भारत को बदनाम करने के लिए कुछ पीआर एजेंसी को भी काम पर लगाया है, जो कई देशों में सांसद, बड़ी हस्तियों और बड़ी संख्या में मौजूद फॉलोवर्स वाले ट्विटर हैंडल्स के जरिए भारत सरकार को बदनाम करने में लगी हैं।
बाडर्र पर तेजी से बढ़ रहा है किसानों का कारवां
ट्रैक्टर परेड के दौरान लाल किले पर धार्मिक ध्वज फहराये जाने की घटना से थोड़ा डगमगाने के बाद कुंडली बाडर्र पर किसानों का कारवां एक बार फिर तेजी से बढऩा शुरू हो गया है। ट्रैक्टर परेड के दौरान लाल किले पर हुई घटना से आहत बहुत से किसान वापस घर लौट गए थे। इससे आंदोलन स्थल पर किसानों और ट्रैक्टरों की संख्या बहुत कम हो गई थी। आंदोलन स्थल प्याऊ मनियारी से आगे तक शिफ्ट हो गया और रसोई गांव के आसपास का क्षेत्र खाली हो गया था, लेकिन एक बार फिर से किसानों के पहुंचने के कारण 26 जनवरी से पहले वाली स्थिति लौटने लगी है।
किसान आंदोलन पर इंटरनेशनल हस्तियों ने किए ट्वीट
मशहूर पॉप सिंगर रिहाना, युवा जलवायु कार्यकत्र्ता ग्रेटा थनबर्ग और पोर्नस्टार मिया खलीफा ने कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों का समर्थन किया है। इंटरनेशनल हस्तियों द्वारा ट्वीट करने पर विदेश मंत्रायल की तरफ से इस पर प्रतिक्रिया आई है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि अधूरी जानकारी के आधार पर किसी भी मुद्दे पर बोलना गैरजिम्मेदाराना है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत के खिलाफ एजेंडा चलाया जा है और यह एक बहुत बड़े षड्यंत्र का हिस्सा है। मंत्रालय ने कहा कि मशहूर हस्तियों या दूसरे बड़े लोगों द्वारा बिना जानकारी के किसी मुद्दे पर सनसनीखेज सोशल मीडिया हैशटैग या ट्वीट करना उचित नहीं हैं, यह एक जिम्मेदाराना हरकत है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि संसद में बहस और पूरी चर्चा के बाद ही कृषि कानून लागू किया गया है।