कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के निशाने पर, नवजोत सिंह सिद्धू !

punjabkesari.in Thursday, Aug 26, 2021 - 04:46 PM (IST)

नेशनल डेस्क: पंजाब कांग्रेस से कैप्टन अमरिंदर सिंह को आउट करने की कोशिश में लगे नवजोत सिंह सिद्धू खेमे को पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से एक बड़ा झटका लगा है। सीनियर कांग्रेस नेता और पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने नवजोत सिंह खेमे को जल्द अपना सलाहकार हटाने की चेतावनी देते हुए बैकफुट पर धकेल दिया है। दरअसल सिद्धू खेमे में बतौर सलाहकार जुड़ने वाले मालविंदर सिंह माली और प्यारे लाल गर्ग पाकिस्तान, कश्मीर और इंदिरा गांधी को दिए गए अपने बयानों की वजह से सुर्खियों में हैं, जिसको लेकर अब पार्टी आलाकमान आर पार के मूड में आ गया है।  पार्टी प्रभारी हरीश रावत ने साफ कह दिया है कि अगर सिद्धू ऐसा करने में असफल रहते हैं, तो फिर ये काम पार्टी को ही करना होगा ।

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वो बयान, जिसने मचा दी खलबली 
मालविंदर सिंह माली और प्यारे लाल गर्ग ने वैसे तो कई बयान दिए जिससे कांग्रेस पार्टी अलाकमान अपना पल्ला झाड़ते हुए नज़र आया, लेकिन नवजोत सिंद्दू के सलाहकार मालविंदर सिंह माली के उस बयान ने सबसे ज्यादा तूल पकड़ा जिसमें वो पंजाब कांग्रेस के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह को टारगेट करते हुए नज़र आए।  मालविंदर ने कैप्टन अमरिंदर को अलीबाबा और उनके सलाहकारों को चालीस चोर तक कह डाला था। लगातार कैप्टन को टारगेट कर रहे सिद्दू खेमे के सलाहकार, अब कांग्रेस पार्टी के गले की फांस बन गए हैं । पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने साफ कर दिया है कि सिर्फ कैप्टन खेमे का ही एतराज नहीं बल्कि मालविंदर और प्यारे के बयानों से पूरी कांग्रेस पार्टी को ही आपत्ति है । कश्मीर वाले मसले पर हरीश रावत ने सफाई देते हुए कहा कि सलाहकारों को पार्टी द्वारा नियुक्त नहीं किया गया है, हम ऐसे लोग पार्टी में नहीं चाहते जिसकी वजह से पार्टी को शर्मिंदा होना पड़े, हम पहले भी कह चुके हैं कि कश्मीर भारत का हिस्सा था और रहेगा, मालविंदर के बयान से पार्टी का कोई लेना देना नहीं है ।

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कैप्टन के नेतृत्व में लड़ा जाएगा ‘पंजाब-चुनाव’ 
पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने ये भी साफ कर दिया कि अगले साल पंजाब विधानसभा चुनाव को कैप्टन अमरिंदर के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा, रावत बोले नवजोत सिंह सिद्दू एक अलग पृष्ठभूमि से आते हैं, अगर कांग्रेस पार्टी ने उन्हें पंजाब इकाई का अध्यक्ष बनाया है तो इसका मतलब ये बिल्कुल नहीं कि पूरी पार्टी उन पर छोड़ दी गई है । फिलहाल कुछ भी हो ये कहना गलत नहीं होगा कि पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत के इस अल्टीमेटम के बाद एक बात तो साफ है कि सिद्दू के सलाहकारों पर किसी भी वक्त गाज गिर सकती है । अब देखना ये होगा कि नवजोत सिंह सिद्दू अपने सलाहकारों को बाहर का रास्ता दिखाते हैं या फिर ये फैसला पार्टी आलाकमान लेता है ।


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Content Writer

Anil dev

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