अगर खरीदार नहीं मिले तो बर्बाद हो जाएगी करोड़ों की कोविड वैक्सीन, इस बात का मंडराया खतरा

punjabkesari.in Wednesday, Jun 15, 2022 - 11:02 AM (IST)

नेशनल डेस्क: देश में कोविड महामारी थमने के बाद देश में अब कोरोड़ रुपए की वैक्सीन की डेट सिंतंबर माह तक एक्सपायर होने वाली है। इसी बीच इस वैक्सीन के स्टॉक को बचाने के भी प्रयास किए जा रहे हैं। उद्योग के सूत्रों ने कहा है कि टीका ज्यादा वक्त तक कारगर रहने के प्रमाण मिल रहे हैं, इसलिए वे समय-समय पर इस्तेमाल की मियाद बढ़वाने की कोशिश कर रही हैं। भारत बायोटेक जैसी कंपनियां अपना स्टॉक बेचने के लिए पिछले कुछ महीनों से निजी अस्पतालों के साथ पूरी सक्रियता से काम कर रही हैं। कंपनी के एक सूत्र ने कहा कि भारत बायोटेक पिछले कुछ महीनों से स्टॉक बेचने और एक्सपायर होने वाली खुराकों के स्टॉक को घटाने के लिए निजी अस्पतालों के साथ मिलकर काम कर रही है।

बीते दिसंबर में बनी थी 20 करोड़ वैक्सीन
कोवैक्सीन की एक्सपायरी डेट 12 महीने के भीतर की है, जबकि कोविशील्ड 9 महीने में एक्सपायर हो जाती है। भारत में टीकाकरण में करीब 80 फीसदी खुराकें कोविशील्ड की लगी हैं। पुणे की सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के पास कोविशील्ड की करीब 20 करोड़ खुराक हैं, जिन्हें बीते साल दिसंबर में बनाया गया था और जो सितंबर में एक्सपायर हो जाएंगी। इन खुराकों को खपाने की योजना सफल नहीं रही तो कंपनी को इन्हें नष्ट करना होगा। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सीरम इंस्टीट्यूट ने इस मामले में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।

एक्सपायर पर होने पर करनी होंगी नष्ट
हालांकि पिछले महीने दावोस में विश्व आर्थिक मंच में मीडिया को संबोधित करते हुए कंपनी के के सीईओ अदार पूनावाला ने संकेत दिया था कि कंपनी की कम से कम 20 करोड़ खुराक बरबाद हो जाएंगी। कंपनी को इन्हें नष्ट करना होगा क्योंकि उनकी मियाद इस साल अगस्त-सितंबर में खत्म होने जा रही है। सरकारी सूत्रों ने कहा कि सीरम ने ये खुराकें नष्ट करने के लिए मजबूर होने से पहले इन्हें मुफ्त में देने और राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में इस्तेमाल करने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से संपर्क नहीं साधा है। सीरम ने दिसंबर से उत्पादन रोक दिया था क्योंकि 25 करोड़ खुराकों का स्टॉक पहले ही तैयार हो गया था। इससे पास बल्क में भी करीब 20 से 25 करोड़ खुराक हैं।

महाराष्ट्र के पास 34 लाख खुराकें
महाराष्ट्र के पास कोविशील्ड की 34 लाख खुराकें पड़ी हैं, जिनकी अवधि अगस्त में खत्म हो जाएगी। कोवैक्सीन की करीब 9,895 खुराक जून में एक्सपायर हो जाएंगी। राज्य के टीकाकरण अधिकारी सचिन देसाई ने कहा कि वे इस स्टॉक का इस्तेमाल करेंगे क्योंकि टीकाकरण की रफ्तार बढ़ी है। उन्होंने दावा किया कि हम पिछले 10 दिन के दौरान रोजाना औसतन करीब एक लाख खुराक लगा रहे हैं, जबकि पहले 60,000 खुराकें ही लग रही थीं। उन्होंने कहा कि हम एक्सायरी से पहले ही स्टॉक खत्म कर देंगे।


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Content Writer

Anil dev

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