राज्यसभा में कपिल सिब्बल का PM मोदी पर हमला, कहा-  एक बहुत बड़ा शख्स आजकल हर जगह है

punjabkesari.in Wednesday, Feb 10, 2021 - 04:26 PM (IST)

नेशनल डेस्क: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने सरकार पर बजट में वोट बैंक की राजनीति करने का बुधवार को आरोप लगाते हुए कहा कि देश का पूरा कारोबार चार - पांच उद्योगपति परिवारों के बीच सिमट कर रह गया है। राज्यसभा में कांग्रेस सांसद कपिल सिब्बल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरा। उन्होंने कहा कि देश में चार-पांच बड़े लोग हैं, जो लगभग सारी संपत्तियों के मालिक हैं। और एक बहुत बड़ा शख्स हर जगह हैं। मैं किसी का नाम नहीं लूंगा लेकिन वो हर जगह हैं। पोट्र्स, एयरपोट्र्स, सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर्स, रेलवे... हर जगह...।

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सिब्बल ने राज्यसभा में वित्त वर्ष 2021..22 के बजट पर चर्चा की शुरुआत करते हुए कहा कि असम , पश्चिम बंगाल और केरल में होने वाले चुनाव को ध्यान में रखकर आवंटन किए गए हैं। इन राज्यों में बड़े पैमाने पर राष्ट्रीय राजमार्गो के निर्माण के लिए बजट का प्रस्ताव किया गया है । पश्चिम बंगाल में 675 किलोमीटर तथा केरल में 1100 किलोमीटर का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि दो - तीन व्यावसायिक परिवारों के पास बंदरगाह, हवाई अड्डा , स्टील और ऊर्जा का कारोबार चला गया है। रेलवे और कई अन्य क्षेत्रों में निजीकरण को बढावा दिया जा रहा है तथा सार्वजनिक क्षेत्रों के बैंकों की गैर निष्पादित सम्पत्तियां बढ रही है। 

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उन्होंने कहा कि देश की 73 प्रतिशत सम्पत्ति एक प्रतिशन व्यावसायिक घरानों के पास चली गई है। उन्होंने कहा कि देश के छह - सात बड़े हवाई अड्डों को निजी हाथों में देने का वित्त मंत्रालय और नीति आयोग ने विरोध किया इसके बावजूद उसे निजी क्षेत्रों को दे दिया गया। कांग्रेस नेता ने कहा कि अमेरिका , यूरोप , चीन कई अन्य देशों में सरकार किसानों को बड़े पैमाने पर आर्थिक सहायता दे रही है जबकि देश में किसान फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी दर्जा देने की मांग को लेकर आन्दोलन कर रहे हैं। 

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उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र का बजट कम किया गया है और प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की राशि को 75000 करोड़ रुपए से घटाकर 65000 करोड़ रुपए कर दिया गया है। सिब्बल ने आरोप लगाया कि पिछले पांच साल से अर्थ व्यवस्था कुप्रबंधन का शिकार है। कोरोना संकट के दौरान कोयला, सीमेंट और इस्पात का उत्पादन कम हुआ। टेलीफोन ग्राहकों की संख्या में कमी आई। इसी तरह व्यावसायिक वाहनों के उत्पादन में भी कमी आई। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान बड़े पैमाने पर लोगों की नौकरियां चली गयी और रोजगार समाप्त होने के कारण लोगों को शहरों से गांव पैदल जाना पड़ा। पर्यटन क्षेत्र को भारी नुकसान हुआ है और तैयार आवास बिक नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि बजट में आत्मनिर्भरता पर जोर दिया गया है और सभी लोग ऐसा चाहते भी है। उन्होंने सवाल किया कि क्या किसान, दलित, अल्पसंख्यक, छोटे उद्योग और व्यापारी आत्मनिर्भर हो पाएंगे। 


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Content Writer

Anil dev

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