PMO को नहीं पता, कब और कैसे बना राष्ट्रगान?
punjabkesari.in Wednesday, Jan 25, 2017 - 08:35 PM (IST)

नई दिल्लीः जन-गण-मन भारत का राष्ट्रगान है। गणतंत्र दिवस हो, स्वतंत्रता दिवस हो या अन्य कोई कार्यक्रम सभी में राष्ट्रगान को गाया जाता है। अब ताे सिनेमाघराें में भी राष्ट्रगान बजाना अनिवार्य कर दिया गया है। लेकिन यह राष्ट्रगान कब और कैसे बना, इसकी जानकारी पीएम ऑफिस तक को नहीं है। यह खुलासा आरटीआई के एक जवाब में हुआ है। गुरुग्राम के एक आरटीआई एक्टीविस्ट हरेंद्र ढींगड़ा ने साल 2015 में पीएम ऑफिस में एक आरटीआई लगाई, जिसमें 6 सवालों का जवाब मांगा गया।
इनमें पहला सवाल था कि जन-गण-मन को नेशनल एंथम कब, कैसे और क्यों बनाया गया? दूसरा वंदे मातरम् को राष्ट्रीय गीत कब, कैसे और क्यों बनाया गया? और इसी तरह राष्ट्रीय पशु टाइगर को, राष्ट्रीय पक्षी मोर को, राष्ट्रीय फूल कमल यानि को, राष्ट्रीय खेल हॉकी को क्यों चुना गया? आरटीआई एक्टिविस्ट के इन सवालों का जवाब पीएम ऑफिस के पास नहीं था। इसको लेकर आरटीआई एक्टिविस्ट हरेंद्र ढींगड़ा ने सेंट्रल इंर्फोमेशन कमीशन में याचिका दायर की और आग्रह किया कि उन्हें उनके सवालों का जवाब पीएम ऑफिस से दिलवाया जाए।
सेंट्रल इंर्फोमेशन कमिश्नर एम. श्रीधर आचार्यलु के पास जब मामला पहुंचा तो उन्होंने इस मामले की खुद छानबीन की, लेकिन जब उन्हें भी कहीं से इसका पूरा रिकॉर्ड नहीं मिला तो अब उन्होंने पीएमओ को निर्देश जारी कर आरटीआई कार्यकर्ता को इसकी जानकारी देने को बोला है। कमीश्नर ने कहा है कि जन, गण, मन, वंदे मातरम, राष्ट्रीय पक्षी, पशु और फूल को लेकर जानकारी एकत्रित करनी होगी, जोकि रिसर्च पर आधारित हो। इससे राष्ट्रवाद के प्रति लोगों का सम्मान बढ़ेगा और मिथ्या दूर होगी।
इसके चलते पीएमओ नए सिरे से प्रयास करे कि जन, गण, मन, वंदे मातरम, राष्ट्रीय पक्षी, पशु और फूल कब और कैसे बना और दो महीने के अंदर आरटीआई एक्टिविस्ट को यह जानकारी मुहैया करवाई जाए।