NASA का इनाम: 25 करोड़ की भारी राशि, बस करना होगा यह अनोखा चैलेंज
punjabkesari.in Saturday, Oct 19, 2024 - 04:05 PM (IST)
नेशनल डेस्क: पिछले 60 सालों में अंतरिक्ष की दुनिया में जबरदस्त प्रगति हुई है। जहां पहले 1961 में सोवियत रूस के यूरी गागरिन ने अंतरिक्ष में कदम रखा था, वहीं आज अंतरिक्ष स्टेशन और अंतरिक्ष यात्रियों की गतिविधियों ने इस क्षेत्र को पूरी तरह से बदल दिया है। लेकिन इसके साथ ही एक नई समस्या भी उभर कर सामने आई है-अंतरिक्ष में बढ़ते कचरे की।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA ने इस समस्या से निपटने के लिए एक अनोखी पहल की है। Luna Recycle Challenge नामक इस मिशन के तहत NASA ने दुनिया भर के वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और छात्रों को अंतरिक्ष के कचरे को रिसाइकिल करने के इनोवेटिव आइडिया देने की चुनौती दी है। इस चैलेंज को जीतने वाले को 3 मिलियन डॉलर (लगभग 25 करोड़ रुपये) का नकद इनाम मिलेगा।
NASA offering $3,000,000 to anyone who can figure out how to do this one thing in space. https://t.co/XwP8K4qlLq
— David Conklin (@DavidCo85147363) October 16, 2024
क्या है NASA का Luna Recycle Challenge?
NASA का उद्देश्य चंद्रमा पर घर बनाने की योजना के साथ-साथ वहां पैदा होने वाले कचरे से निपटना है। जब अंतरिक्ष यात्री चंद्रमा पर कई दिन बिताएंगे, तो वहां खाद्य पैकेजिंग, बेकार कपड़े और रिसर्च से जुड़ा कचरा जमा होगा। NASA एक ऐसी तकनीक चाहती है जो बिना बिजली के चले और अंतरिक्ष यात्री आसानी से उपयोग कर सकें।
इस चैलेंज के दो मुख्य हिस्से हैं:
प्रोटोटाइप बिल्ड ट्रैक: जिसमें चंद्रमा की सतह पर कचरे को रिसाइकिल करने के लिए हार्डवेयर तैयार करना होगा।
डिजिटल ट्विन ट्रैक: जिसमें ठोस कचरे को रिसाइकिल कर प्रोडक्ट बनाने के लिए एक सॉफ्टवेयर तैयार करना होगा।
कब और कैसे लें हिस्सा?
इस चुनौती में भाग लेने के लिए रजिस्ट्रेशन 30 सितंबर 2023 से शुरू हो चुके हैं। पहला चरण 31 अक्टूबर 2024 तक चलेगा और दूसरा चरण 31 मार्च 2025 तक पूरा होगा। दोनों चरणों के परिणाम मई 2025 में घोषित किए जाएंगे। जिसके आइडिया को NASA सबसे बेहतर मानेगा, उसे 25 करोड़ रुपये का इनाम मिलेगा और उसके आइडिया पर NASA काम करेगा।
NASA की यह पहल चंद्रमा पर इंसान को बसाने के अपने सपने को साकार करने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है। सितंबर 2026 में लॉन्च होने वाले मिशन में इस तकनीक को भी आजमाया जाएगा।