पहलगाम हमले के बाद नरेंद्र मोदी का बयान– सख्त कदम उठाएंगे, समर्थन करने वाले भी नहीं बचेंगे
punjabkesari.in Saturday, May 03, 2025 - 02:45 PM (IST)

नेशनल डेस्क: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद को लेकर बेहद सख्त रुख अपनाते हुए कहा है कि भारत अब केवल चेतावनी तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि आतंकवादियों और उन्हें समर्थन देने वालों के खिलाफ़ निर्णायक और कठोर कार्रवाई करेगा। उन्होंने दो टूक कहा कि आतंकवाद अब सिर्फ एक सुरक्षा मुद्दा नहीं, बल्कि सीधे-सीधे मानवता पर हमला है, जिसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “हम एकमत हैं कि आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा है। इस हमले में जिन मासूम नागरिकों की जान गई है, उनके परिजनों के प्रति मैं गहरी संवेदना प्रकट करता हूं। साथ ही, राष्ट्रपति जोआओ लोरेंसू और अंगोला की जनता द्वारा प्रकट की गई संवेदनाओं के लिए मैं उनका विशेष आभार व्यक्त करता हूं।
सीमा पार आतंकवाद को नहीं करेंगे नजरअंदाज
प्रधानमंत्री ने विशेष रूप से उस आतंकवाद की ओर इशारा किया जो सीमा पार से प्रायोजित होता है। बिना नाम लिए उन्होंने पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश देते हुए कहा कि भारत अब चुप नहीं बैठेगा। “जो देश या संगठन आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं, उन्हें यह समझ लेना चाहिए कि भारत अब उन्हें राजनीतिक, सैन्य और कूटनीतिक सभी मोर्चों पर जवाब देगा,” पीएम मोदी ने कहा। उन्होंने यह भी जोड़ा कि “हम उन ताकतों के खिलाफ़ भी कार्रवाई करेंगे जो आतंकियों को किसी भी प्रकार का समर्थन या शरण दे रही हैं। अब समय आ गया है कि पूरी दुनिया आतंकवाद के खिलाफ़ एकजुट होकर ठोस कदम उठाए।”
अंतरराष्ट्रीय समर्थन की सराहना
प्रधानमंत्री ने इस दौरान अंगोला के समर्थन को सराहा और कहा कि भारत को वैश्विक मंचों पर जो समर्थन मिल रहा है, वह इस लड़ाई में एक नई ताकत देता है। “मैं अंगोला के राष्ट्रपति लोरेंसू को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने न केवल भारत की पीड़ा को समझा, बल्कि खुले तौर पर आतंकवाद के खिलाफ़ हमारे रुख का समर्थन किया।”
पहलगाम हमला: हमले के पीछे की साजिश
सूत्रों के मुताबिक पहलगाम में हुआ यह आतंकी हमला पूर्व नियोजित और सुनियोजित था, जिसमें निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाया गया। हमले के तुरंत बाद सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया और व्यापक सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है।
भारत की नीति: "जीरो टॉलरेंस टू टेरर"
मोदी सरकार के शासन में आतंकवाद के प्रति भारत की नीति बेहद स्पष्ट रही है — "Zero Tolerance", यानी आतंक के प्रति शून्य सहनशीलता। पुलवामा और उरी हमलों के बाद भारत द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक इसका उदाहरण रही हैं। अब एक बार फिर संकेत मिला है कि भारत किसी भी प्रकार की आतंकी गतिविधि का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है।
राजनीतिक से कहीं ऊपर है राष्ट्रीय सुरक्षा
प्रधानमंत्री मोदी का यह कड़ा बयान यह दर्शाता है कि आतंकवाद अब केवल सुरक्षाबलों का मुद्दा नहीं, बल्कि राष्ट्रीय अस्मिता और मानवता से जुड़ा विषय बन चुका है। भारत अपनी सीमाओं की सुरक्षा और नागरिकों की जान-माल की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है। ऐसे समय में जब विश्व भर में शांति और स्थिरता को खतरा है, भारत का यह रुख अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए भी एक प्रेरणा बन सकता है।