मंत्रियों और अधिकारियों की विदेश यात्राओं पर PM की नजर

punjabkesari.in Tuesday, Jul 11, 2017 - 11:47 AM (IST)

नई दिल्ली: पी.एम. नरेंद्र मोदी को सबसे ज्यादा विदेश यात्रा करने वाला प्रधानमंत्री कहा जाता है लेकिन वह अपने मंत्रियों और अधिकारियों की विदेश यात्राओं को लेकर काफी गंभीर हैं। भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की मुहिम के तहत सरकारी खर्च पर होने वाली यात्राओं के साथ-साथ मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों और अधिकारियों के निजी विदेशी दौरों पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है। सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अधिकारियों और मंत्रियों की विदेश यात्राओं को लेकर काफी गंभीर हैं। 

मोदी ने विदेश यात्राओं के नियम कर दिए हैं सख्त
आधिकारिक दस्तावेजों के अनुसार मोदी ने सत्ता संभालने के साथ ही सरकारी खर्च पर होने वाली विदेश यात्राओं के नियम सख्त कर दिए हैं। कहा गया है कि विदेश यात्रा पर पी.एम.ओ. की मंजूरी कम से कम 10 दिन पहले ली जाए। हालांकि पहले इस तरह की अनुमति के लिए यह समय सीमा 5 दिन निर्धारित थी। खुद मोदी अक्सर यात्रा के अंतिम समय में सूचना दिए जाने को लेकर नाराजगी जता चुके हैं। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी से विदेश यात्रा के लिए मंजूरी लेने के लिए पिछली यात्रा का ब्यौरा भी देना होता है और यह भी बताना होता है कि पिछली यात्रा का क्या नतीजा रहा। 

सरकारी कंपनियों से मांगा हिसाब-किताब
मंत्रियों ने अपने अधिकारियों की विदेश यात्राओं की निगरानी शुरू कर दी है। हाल ही में पैट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सभी तेल कंपनियों से अधिकारियों और निदेशकों समेत सरकारी खर्च पर की गई सभी विदेश यात्राओं की जानकारी मांगी है। कंपनियों से यह भी बताने के लिए कहा गया है कि इन विदेश यात्राओं से उनके हिसाब-किताब पर क्या असर पड़ा है। कहा जाता है कि मंत्रिमंडल सचिवालय की ओर से यह आशंका जताई गई थी कि तेल कंपनियों ने नियमों का उल्लंघन करके कुछ अधिकारियों, निदेशकों को लाभ पहुंचाया है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News