संतान न होने पर पति धर्म परिवर्तन कर पत्नी को घर से निकाला, महिला ने PM को पत्र लिख बयां किया दर्द
punjabkesari.in Wednesday, Aug 05, 2020 - 10:40 AM (IST)
नई दिल्ली(नवोदय टाइम्स ): संतान न होने पर पति ने पहले अपनी पत्नी का जबरन धर्म बदलाव आया। उसके बाद अपनी पत्नी को घर से बाहर निकाल दिया। अब महिला ने प्रधानमंत्री को पत्र लिख मदद की गुहार लगाई है। पीएम के अलावा महिला ने दिल्ली के मुख्यमंत्री, महिला आयोग, मानवाधिकार आयोग को भी पत्र लिख चुकी है। लेकिन वहां से मदद अब तक नहीं मिला है। फिलहाल डिफेंस कॉलोनी पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि महिला ने अपनी शिकायत में बताया है कि वर्ष. 1997 में हिंदू रीति.रिवाज से उसकी शादी आरकेपुरम निवासी युवक से हुई थी। वह फाइनेंस कंपनी चलाता है। शादी के कुछ तक उन्हें संतान नहीं हुई। इसे लेकर ससुराल वाले उससे मारपीट करते थे। एक दिन पति ने उससे कहा कि ईसाई धर्म अपना ले तो संतान की प्राप्ति होगी। इस पर दोनों ने धर्म परिवर्तन कर लिया। इसके बावजूद संतान नहीं हुई, इस दौरान पित उससे मारपीट करता रहा। वर्ष. 2010 में उसने पीड़िता से एक सुसाइड लेटर लिखवाया और उसे घर से भगा दिया। उसने पीड़िता की ही छोटी बहन को पत्नी बनाकर घर में रख लिया। पीड़िता ने अपनी शिकायत में लिखा है कि वर्ष. 2010 से 17 तक उसने मदद के लिए हर दरवाजा खटखटाया लेकिन कहीं से कोई राहत नहीं मिली।
पीएम को लिखा पत्र, बयां किया दर्द
पुलिस को दी शिकायत में पीएम नरेंद्र मोदी को संबोधित करते हुए महिला ने लिखा है. यह मेरा अंतिम पत्र आपके लिए है। आप जांच का आदेश दे दें तो मुझे मेरा खोया हुआ मान.सम्मानए अधिकार वापस मिल सकता है। आप ही वह नेता हैं जिन्होंने महिलाओं के मान.सम्मान व इज्जत के बारे में सोचा है। आपने ही महिलाओं को इज्जत घर दिया और मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक से मुक्ति दिलाई है। मुझे भी न्याय दिलाइए। पीड़िता ने बताया कि वह पहले महिपालपुर में कार्गो कंपनी में काम करती थी, लेकिन घर से निकाले के बाद पति उन्हें कहीं नौकरी नहीं करने देता। वह जगह वह फोन करके उसकी अश्लील वीडियो होने की बात कहकर उसे बदनाम करता है जिससे उसकी नौकरी छूट जाती है। इस कारण अब उसके पास जीवनयापन का जरिया भी नहीं बचा है। उसे अपने माता-पिता व रिश्तेदारों के यहां शरण लेनी पड़ है।