'नमो भारत' ट्रेन ने पहले ही दिन स्पीड से यात्रियों को चौंकाया, एक्सप्रेस ट्रेन को छोड़ा पीछे, देखें Video

punjabkesari.in Sunday, Oct 22, 2023 - 09:02 AM (IST)

नेशनल डेस्कः गाजियाबाद से दुहाई डिपो के बीच चलने वाली देश की पहली रीजनल रैपिट ट्रेन (RRTS) ‘नमो भारत’ अपनी स्पीड से पहले दिन ही भारतीय रेल को मात देती नजर आई। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में आरआरटीएस ट्रेन भारतीय रेल को पीछे छोड़ती हुई आगे निकल गई। बता दें कि दिल्ली से मेरठ के बीच चलने वाली रीजनल रैपिड ट्रेन की गाजियाबाद से दुहाई डिपो के बीच पहले फेज की सेवाएं शुरू हो चुकी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को गाजियाबाद में एक कार्यक्रम में हरी झंडी दिखाकर देश के पहली RRTS ट्रेन को रवाना किया। शनिवार से आम आदमी कि लिए सेवाएं शुरू हो चुकी हैं।

राइजिंग हिंदू सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर शेयर किए गए वीडियो में देख सकते हैं कि भारतीय रेल की एक एक्सप्रेस ट्रेन अपनी स्पीड से ट्रैक पर आगे बढ़ रही है। इस बीच साइड में चल रही नमो भारत आरआरटीएस ट्रेन उसका पीछा करते हुए आगे निकल जाती है। लोग नमो भारत ट्रेन की स्पीड को देखकर रोमांचित हो रहे हैं। बता दें कि नमो भारत ट्रेन अधिकतम 180 किमी प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ने सकती है, जबकि इसकी औसत स्पीड 160 किमी प्रति घंटा है। वहीं, भारतीय ट्रेन को 100 से 130 किमी प्रति घंटे की गति से दौड़ाया जा रहा है। जबकि औसत स्पीड 80 से 90 किमी प्रति घंटा है।


आरआरटीएस ट्रेन में पहले दिन यात्रियों की संख्या 10,000 का आंकड़ा पार होने की उम्मीद थी। हालांकि, अभी आधिकारिक आंकड़ा सामने नहीं आया है कि ट्रेन में पहले दिन कितने यात्रियों ने यात्रा की। दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के 17 किलोमीटर लंबे खंड पर वाणिज्यिक परिचालन की बहुप्रतीक्षित शुरुआत यात्रियों के उत्साह के बीच हुई। एनसीआरटीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उद्घाटन के बाद आम लोगों के लिए पहली 'नमो भारत' ट्रेन सुबह 6 बजे रवाना हुई और इसे यात्रियों की ओर से "जबरदस्त प्रतिक्रिया" मिली। उन्होंने बताया कि कुछ यात्री तड़के 4.30 बजे ही स्टेशन पर आ गए थे। उन्होंने कहा कि लोग इस ऐतिहासिक यात्रा का हिस्सा बनने के लिए उत्सुक थे तथा लोग मुरादनगर जैसे आस-पास के इलाकों और दिल्ली और उत्तर प्रदेश के दूर-दराज के इलाकों से आये थे। एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक विनय कुमार सिंह ने भी 'नमो भारत' ट्रेन में सवारी की।
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अधिकारियों ने कहा कि विनय कुमार सिंह ने सुबह भारत की पहली 'नमो भारत' ट्रेन के यात्रियों के पहले समूह का स्वागत किया और प्लेटफार्म और कोच में उनके साथ बातचीत भी की। उन्होंने कहा कि यात्रियों के पहले समूह को 'फर्स्ट राइडर' के रूप में मान्यता देते हुए उन्हें एक प्रमाणपत्र भी प्रदान किया गया। 'नमो भारत' ट्रेन उच्च प्रौद्योगिकी सुविधाओं सहित कई यात्री सुविधाओं से लैस हैं। यात्री सेवाएं रात 11 बजे तक जारी रहेंगी और 21 अक्टूबर को सप्ताहांत होने के कारण राजस्व सेवाओं के समाप्त होने तक यात्रियों की संख्या में और वृद्धि होने की उम्मीद है।

एनसीआरटीसी ने शाम को एक बयान में कहा कि उम्मीद है कि "आखिरी अद्यतन जानकारी के अनुसार, 'नमो भारत' ट्रेन यात्रियों की संख्या आम लोगों के लिए सेवा शुरू होने के पहले ही दिन आसानी से 10,000 का आंकड़ा पार कर सकती है।'' एनसीआरटीसी के अधिकारियों ने कहा कि यात्री सुबह से ही उत्साहित थे और उनमें से कुछ ने भारत की पहली 'नमो भारत' ट्रेन के यात्री होने की खुशी और उत्साह व्यक्त करते हुए कोच के अंदर नृत्य भी किया। उन्होंने बताया कि परिवार और दोस्त भी एकत्रित हुए, तस्वीरें खींची, सेल्फी ली और वीडियो बनाए तथा सभी इस ऐतिहासिक क्षण का हिस्सा बनने के लिए उत्सुक थे।

भारत की पहली सेमी-हाईस्पीड क्षेत्रीय रेल सेवा का उद्देश्य तेज गति और नवीनतम तकनीक के साथ क्षेत्र में यात्रा को फिर से परिभाषित करना है। आरआरटीएस एक नया रेल-आधारित, सेमी-हाई-स्पीड, हाई-फ़्रीक्वेंसी कम्यूटर ट्रांज़िट सिस्टम है जिसकी डिज़ाइन गति 180 किलोमीटर प्रति घंटे और परिचालन गति क्षमता 160 किलोमीटर प्रति घंटे है। साहिबाबाद और दुहाई डिपो के बीच प्राथमिकता खंड में पांच स्टेशन हैं - साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो। एनसीआरटीसी ने कहा कि यात्रियों के पहले समूह में महिलाएं, वरिष्ठ नागरिक और बच्चे सहित सभी क्षेत्रों के यात्री शामिल थे।
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एनसीआरटीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘साहिबाबाद और दुहाई डिपो स्टेशनों पर अधिक भीड़ देखी गई और उन लोगों के अलावा जो सिर्फ यात्रा का अनुभव लेने आए थे, पहले दिन यात्रियों में कई कार्यालय जाने वाले भी थे। एक परिवार ट्रेन में सफर करने के लिए दिल्ली में कैलाश कॉलोनी से साहिबाबाद स्टेशन आया था जिसमें कई व्यक्ति थे।'' एनसीआरटीसी को दिल्ली और मेरठ के बीच भारत के पहले आरआरटीएस के निर्माण की देखरेख का काम सौंपा गया है। पूरे 82.15 किलोमीटर लंबे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस को जून 2025 तक चालू करने का लक्ष्य है। प्रत्येक 'नमो भारत' ट्रेन में एक प्रीमियम कोच सहित छह कोच हैं। हर ट्रेन में एक कोच महिलाओं के लिए आरक्षित है और यह प्रीमियम कोच के बगल वाला कोच होता है। इसके अलावा, अन्य कोच में महिलाओं, दिव्यांगों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए सीटें आरक्षित हैं।

अधिकारियों ने कहा कि लोग इस लाइन पर साहिबाबाद और दुहाई डिपो स्टेशनों के बीच लगभग 12 मिनट में यात्रा कर सकते हैं। इस आरआरटीएस कॉरिडोर के प्राथमिकता खंड पर साहिबाबाद से दुहाई डिपो स्टेशन तक एक तरफ की यात्रा का किराया 50 रुपये होगा, जबकि प्रीमियम श्रेणी के कोच में उसी मार्ग का किराया 100 रुपये होगा। बयान में कहा गया है कि यात्रियों को अंतिम-छोर तक सम्पर्क प्रदान करने के लिए एनसीआरटीसी ने आरआरटीएस फीडर सेवाओं के तहत इलेक्ट्रिक ऑटो-रिक्शा की उपलब्धता सुनिश्चित की है।

दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) ने आनंद विहार से साहिबाबाद स्टेशन तक 20 मिनट की आवृत्ति के साथ एक एसी इलेक्ट्रिक बस सेवा भी शुरू की है। इसके कार्यक्रम के मुताबिक, पहली एसी इलेक्ट्रिक बस आनंद विहार आईएसबीटी से सुबह 6.20 बजे रवाना होगी, जबकि आखिरी बस रात 9.35 बजे रवाना होगी। साहिबाबाद से यह सुबह 7.05 बजे से रात 10.20 बजे तक उपलब्ध होगी। एनसीआरटीसी ने कहा कि देश के पहले आरआरटीएस गलियारे के प्राथमिकता वाले खंड पर यात्री परिचालन के पहले दिन ‘आरआरटीएस कनेक्ट ऐप' को 2,000 से अधिक बार डाउनलोड किया गया। 

 


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Content Writer

Yaspal

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