'न मणिपुर एक है, न मणिपुर सेफ है', हिंसा को लेकर खरगे ने केंद्र सरकार पर बोला हमला
punjabkesari.in Sunday, Nov 17, 2024 - 01:11 PM (IST)
नेशनल डेस्क: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रविवार को मणिपुर में चल रही हिंसा के लिए भाजपा नीत एनडीए सरकार की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि "मणिपुर न तो एकजुट है और न ही भाजपा की डबल इंजन वाली सरकार के तहत यह सुरक्षित है।" खरगे ने भाजपा पर मणिपुर में हिंसा को बढ़ावा देने और विभाजनकारी राजनीति करने का आरोप लगाया।
न मणिपुर एक है, न मणिपुर सेफ है- खरगे
खरगे ने ट्विटर पर लिखा, "@narendramodi जी, आपकी डबल इंजन सरकार के तहत मणिपुर न तो एक है और न ही सुरक्षित है। मई 2023 से मणिपुर अकल्पनीय दर्द, विभाजन और उबलती हिंसा से गुजर रहा है, जिससे राज्य के लोगों का भविष्य दांव पर है। भाजपा जानबूझकर मणिपुर को जलाना चाहती है, क्योंकि यह उसकी विभाजनकारी राजनीति के लिए फायदेमंद है।" उन्होंने आगे कहा कि मणिपुर में दोनों सरकारें, यानी राज्य और केंद्र, पूरी तरह से विफल हो चुकी हैं। खरगे ने कहा, "मणिपुर के लोग इसे कभी माफ नहीं करेंगे और न ही भूलेंगे कि दोनों सरकारों ने उन्हें अकेला छोड़ दिया और उनके दुखों का समाधान नहीं किया।"
.@narendramodi ji,
— Mallikarjun Kharge (@kharge) November 17, 2024
Under your double engine governments, “ना Manipur एक है, ना Manipur Safe है”
Since May 2023, it is undergoing unimaginable pain, division and simmering violence, which has destroyed the future of its people.
We are saying it with utmost responsibility that…
7 नवंबर से अब तक 17 लोगों की जान जा चुकी
खरगे ने मणिपुर में हाल की हिंसा का जिक्र करते हुए बताया कि 7 नवंबर से अब तक कम से कम 17 लोगों की जान जा चुकी है। उन्होंने कहा कि हालात बिगड़ते जा रहे हैं और नए जिले संघर्ष प्रभावित क्षेत्र बनते जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा मणिपुर के लोगों के दुखों को नजरअंदाज कर रही है और उनके लिए कोई समाधान नहीं ढूंढ़ रही है।
पुलिस ने 23 लोगों को गिरफ्तार किया
मणिपुर में बढ़ती हिंसा के बीच पुलिस ने 23 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिन पर "घरों में तोड़फोड़ और आगजनी" में शामिल होने का आरोप है। इन आरोपियों को राज्य के इंफाल ईस्ट, इंफाल वेस्ट और बिष्णुपुर जिलों से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने इन लोगों से एक पिस्टल, 7 राउंड गोली और आठ मोबाइल फोन बरामद किए हैं। इसके अलावा, मणिपुर में बढ़ते तनाव को देखते हुए, सरकार ने इंफाल में कर्फ्यू लगा दिया है और दो दिनों के लिए इंटरनेट और मोबाइल डेटा सेवाओं को निलंबित कर दिया है।
मंत्रियों और विधायकों के घरों पर हमला
पुलिस और सुरक्षा बलों ने इंफाल में सुरक्षा को कड़ा कर दिया है और सेना तथा असम राइफल्स को तैनात किया गया है। मणिपुर पुलिस ने बताया कि 16 नवंबर को उग्र भीड़ ने राज्य के मंत्रियों और विधायकों के घरों पर हमला किया। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले फेंके, लेकिन इस दौरान आठ लोग घायल हो गए। शहर में स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए फ्लैग मार्च भी किया गया है। मणिपुर में हिंसा और तनाव के बढ़ते स्तर को लेकर प्रदेश में स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।