महाकुंभ में नहीं हुआ धंधा, 35 हजार कर्ज भी लेना पड़ा : मोनालिसा, जानें और क्या बताया
punjabkesari.in Wednesday, Jan 29, 2025 - 03:11 PM (IST)
नेशनल डेस्क: महाकुंभ में अपनी कजरारी आंखों और मुस्कान से लाखों दिलों को छूने वाली मोनालिसा अब अपने घर मध्य प्रदेश के महेश्वर लौट आई हैं। महाकुंभ में उन्होंने रुद्राक्ष माला बेचने का काम शुरू किया था, लेकिन उन्हें इस दौरान काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। उनका कहना है कि महाकुंभ में उनका काम नहीं चल पाया और उल्टा उन्हें 35 हजार रुपये का कर्ज लेकर घर लौटना पड़ा।
महाकुंभ में माला बेचने का सपना अधूरा
मोनालिसा महाकुंभ में रुद्राक्ष माला बेचने के लिए आई थीं, लेकिन जैसा उन्होंने सोचा था, वैसा काम नहीं हो पाया। वह बताती हैं, "महाकुंभ में काम धंधा कुछ नहीं कर पाए। माला बेचने गए थे, लेकिन कुछ भी नहीं बिका। बहुत परेशान हो गए थे। इसके अलावा हमें 35 हजार रुपये का कर्ज भी लेना पड़ा। लेकिन फिर भी कुछ अच्छा लगा, क्योंकि लोगों ने हमें बहुत प्यार दिया।" उनका कहना था कि महाकुंभ में उन्हें जो अनुभव हुआ, वह काफी अलग और दिलचस्प था।
इंटरनेट पर सनसनी बनी मोनालिसा
मोनालिसा ने महाकुंभ में अपनी कजरारी आंखों और प्यारी मुस्कान से सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया था। उनकी तस्वीरें वायरल हो गईं और वह रातों रात इंटरनेट पर सनसनी बन गईं। हालांकि, इस मशहूरी के कारण उनका काम भी प्रभावित हुआ। कैमरों की चकाचौंध ने उन्हें उस काम में व्यस्त रहने में मदद नहीं की, जिसके लिए वह महाकुंभ गई थीं।
फिल्मों के ऑफर पर क्या बोलीं मोनालिसा?
महाकुंभ में वायरल होने के बाद मोनालिसा को फिल्मों के ऑफर मिलने की खबरें भी सामने आईं। हालांकि, मोनालिसा ने बताया कि उन्हें इस तरह का कोई सीधा ऑफर नहीं मिला था। उनके पिता के पास यह ऑफर आए थे, लेकिन कोई भी मिलने नहीं आया। मोनालिसा ने कहा, "अगर ऑफर मिलता है तो मुझे कोई बुराई नहीं है, लेकिन इस निर्णय में मेरे पापा और मम्मी की राय सबसे ज्यादा मायने रखती है। अगर वे कहेंगे तो मैं काम करूंगी।"
क्या होगा मोनालिसा का अगला कदम?
मोनालिसा ने यह भी साफ किया कि वह अपने परिवार के साथ मिलकर ही इस निर्णय पर पहुंचेगी कि वह फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखें या नहीं। उनके पिता का भी यही मानना है कि अगर सभी बड़े लोग इस फैसले को सही मानते हैं, तो मोनालिसा फिल्मों में काम कर सकती हैं।
घर लौटने के बाद की स्थिति
मोनालिसा अब महाकुंभ से लौटने के बाद अपने गांव महेश्वर में आराम कर रही हैं। वह बताती हैं कि महाकुंभ में बिताए गए दिनों के अनुभव उनके लिए बहुत खास रहे, लेकिन हर किसी की जिंदगी में कुछ मुश्किलें आती हैं। वह मानती हैं कि इन अनुभवों से ही इंसान आगे बढ़ता है।