अडाणी को बचाने के लिए मोदी लोकतंत्र का गला घोंट रहे हैं: चव्हाण

punjabkesari.in Thursday, Mar 30, 2023 - 01:19 AM (IST)

नेशनल डेस्क : महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने बुधवार को आरोप लगाया कि अपने ‘परम मित्र' अडाणी (उद्योगपति गौतम अडाणी) को बचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लोकतंत्र का गला घोंट रहे हैं और दावा किया कि मोदी से अडाणी के बारे में सवाल करने के कारण ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लेकिन कांग्रेस लोकतंत्र को बचाने के लिए सब कुछ करेगी। कांग्रेस नेता चव्हाण ने यहां संवाददाताओं से कहा कि 7 फरवरी, 2023 को राहुल गांधी ने संसद में अपने भाषण में अडाणी महाघोटाले पर दो सीधे सवाल पूछे।

उन्होंने आगे कहा, ‘‘क्या अडाणी की शेल कंपनियों में 20,000 करोड़ रुपये या तीन अरब डॉलर हैं? अडाणी इस पैसे को खुद कमा नहीं सकता क्योंकि वो इंफ्रास्ट्रक्चर बिजनेस में है। यह पैसा कहां से आया? किसका काला धन है? ये किसकी शेल कंपनियां हैं? ये कंपनियां डिफेंस फील्ड में काम कर रही है। कोई क्यों नहीं जानता? यह किसका पैसा है? इसमें एक चीनी नागरिक शामिल है। कोई यह सवाल क्यों नहीं पूछ रहा है कि यह चीनी नागरिक कौन है? वह पहला सवाल था।'' चव्हाण ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी का अडाणी से क्या रिश्ता है? उन्होंने अडाणी के विमान में आराम करते हुए प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर दिखाई।

उन्होंने रक्षा उद्योग के बारे में, हवाईअड्डों के बारे में, श्रीलंका में दिए गए बयानों के बारे में, बांग्लादेश में दिए गए बयानों के बारे में, ऑस्ट्रेलिया में (भारतीय) स्टेट बैंक के चेयरमैन के साथ बैठे नरेन्द्र मोदी और अडाणी की तस्वीरें, जिन्होंने कथित तौर पर एक अरब डॉलर का ऋण स्वीकृत किया था, के बारे में दस्तावेज दिए। यह सबूत के साथ सवालों का दूसरा सेट था।'' उन्होंने कहा कि अडाणी के घोटाले पर संसद में राहुल गांधी के भाषण के ठीक नौ दिन बाद उनके खिलाफ मानहानि का मामला फिर से शुरू हो गया।

उन्होंने सवाल किया, ‘‘राज्यसभा में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के भाषण से अडाणी घोटाले के महत्वपूर्ण अंश और राहुल गांधी के भाषण (लगभग पूरी तरह से) को संसद के रिकॉर्ड से हटा दिया गया। क्यों?'' चव्हाण ने बताया कि संसद के बजट सत्र में भारत के इतिहास में पहली बार सत्तारूढ़ दल सदन की कार्यवाही को बाधित कर रहा है और इसे काम नहीं करने दे रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह अडाणी को बचाने के लिए ध्यान भटकाने की साजिश है, जबकि संयुक्त विपक्ष इस पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) जांच चाहता है। उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी पर भाजपा मंत्रियों द्वारा हमला किया गया।

राहुल ने लोकसभा अध्यक्ष किया अनुरोध

राहुल ने लोकसभा अध्यक्ष से दो बार लिखित अनुरोध किया कि उन्हें संसद में जवाब देने दें। इस के बाद तीसरी बार लोकसभा अध्यक्ष से बैठक भी की, पर तीन अनुरोधों के बावजूद उन्होंने संसद में उन्हें बोलने का अवसर देने से इनकार कर दिया।'' चव्हाण ने कहा कि इससे साफ पता चलता है कि प्रधानमंत्री मोदी नहीं चाहते कि अडाणी के साथ उनके रिश्ते का पर्दाफाश हो। भाजपा की ध्यान भटकाने की कवायद तीन हास्यास्पद आरोपों से साबित होती है। उन्होंने कहा, ‘‘पहला - भाजपा ने दावा किया कि राहुल गांधी ने विदेशी ताकतों से लंदन में भारत की मदद करने के लिए कहा। ये एक सफेद झूठ है।

अगर कोई उनके वक्तव्यों को ध्यान से देखें, तो उन्होंने (राहुल) कहा कि ये भारत का अंदरूनी मामला है और हम स्वयं इसका हल निकालने में सक्षम हैं।'' चव्हाण ने कहा, ‘‘दूसरा- भाजपा अब अफवाह फैला रही है कि राहुल गांधी ने अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को सिर्फ इसलिए निशाना बनाया, क्योंकि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से एक सवाल किया था। ध्यान भटकाने का एक और बोगस हथकंडा। जो व्यक्ति एकता के लिए भारत जोड़ो यात्रा में 4,000 किलोमीटर पैदल चल सकता है, वो कैसे एक समुदाय को निशाना बना सकता है?''

उन्होंने आगे कहा, ‘‘तीसरा- सूरत (गुजरात) में एक निचली अदालत के फैसले के 24 घंटे के भीतर भाजपा ने राहुल गांधी को लोकसभा में उनकी सदस्या को रद्द करने के लिए बिजली की गति से काम किया, भले ही अदालत ने उन्हें उच्च न्यायालय में अपील करने के लिए 30 दिन का समय दिया था। भाजपा राहुल गांधी से इतना डरती क्यों है?'' चव्हाण ने कहा कि भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की ओबीसी समुदाय का अपमान करने का आरोप लगाने की घटिया चाल स्पष्ट हताशा साबित हुई है।


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News Editor

Parveen Kumar

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