'ये कैसी "परीक्षा पे चर्चा", जहां रोज़ाना लीक होता है पर्चा', शिक्षा व्यवस्था को लेकर खरगे का PM मोदी पर हमला
punjabkesari.in Thursday, Jun 20, 2024 - 08:30 PM (IST)
नई दिल्ली : कांग्रेस ने यूजीसी-नेट परीक्षा को रद्द किए जाने के बाद बृहस्पतिवार को केंद्र सरकार को आड़े हाथ लेते हुए आरोप लगाया कि मोदी सरकार "लीक और फ्रॉड" के बिना कोई परीक्षा आयोजित नहीं कर सकती। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने दावा किया कि इस सरकार ने शिक्षा एवं भर्ती की पूरी व्यवस्था को तहस-नहस कर दिया है। मेडिकल में प्रवेश के लिए होने वाली राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (नीट)-स्नातक 2024 में कथित अनियमितताओं को लेकर उपजे विवाद के बीच, शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजित यूजीसी-नेट परीक्षा रद्द करने का बुधवार को आदेश दिया और मामले को गहन जांच के लिए केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपा गया है।
शिक्षा व भर्ती प्रणाली को तहस-नहस कर दिया है
खरगे ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर पोस्ट किया, ‘‘ये कैसी "परीक्षा पे चर्चा", जहां रोज़ाना लीक होता पर्चा। मोदी सरकार ने देश की शिक्षा व भर्ती प्रणाली को तहस-नहस कर दिया है। नीट, यूजीसी-नेट, सीयूईटी में पेपर लीक, धांधली और घोर अनियमितताओं का अब पर्दाफ़ाश हो चुका है। बहुप्रचारित एनआरए (राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी) पूर्णतः निष्क्रिय है।'' उन्होंने कहा, ‘‘अगस्त 2020 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बड़े जोर-शोर से एनआरए की घोषणा की थी। ज़बरदस्त ढिंढ़ोरा पीटकर उन्होंने बोला था - "एनआरए करोड़ों युवाओं के लिए वरदान साबित होगी। सामान्य पात्रता परीक्षा के माध्यम से, यह कई परीक्षाओं को समाप्त कर देगा और कीमती समय के साथ-साथ संसाधनों की भी बचत करेगा। इससे पारदर्शिता को भी बढ़ावा मिलेगा।''
NRA ने अब तक एक भी परीक्षा नहीं करवाई
खरगे के अनुसार, सरकारी नौकरियों के लिए मोदी सरकार ने दावा किया था कि एनआरए सभी नौकरियों के लिए एक ही भर्ती परीक्षा करवाएगी। उन्होंने दावा किया कि चार वर्ष बीत गए हैं, राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी ने अब तक एक भी परीक्षा नहीं करवाई। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘तीन वर्षों के लिए एनआरए को 1,517.57 करोड़ का कोष मुहैया कराया गया। लेकिन दिसंबर 2022 तक केवल 20 करोड़ रुपये ही ख़र्च किये गये। जब-जब संसद में विपक्ष ने जवाब मांगा, तो मोदी सरकार टाल-मटोल और बहानेबाज़ी करती गई। एनआरए को केवल निचले स्तर पर अभ्यर्थियों की छटनी करने के लिए एक एजेंसी मात्र बना दिया गया, जबकि उसको भर्ती परीक्षा की एकमात्र एजेंसी बनना था।''
ये कैसी "परीक्षा पे चर्चा", जहाँ रोज़ाना लीक होता पर्चा !
— Mallikarjun Kharge (@kharge) June 20, 2024
मोदी सरकार ने देश की शिक्षा व भर्ती प्रणाली को तहस-नहस कैसे किया है -
1⃣NEET, UGC-NET, CUET (Common University Entrance Test) में पेपर लीक, धाँधली और घोर अनियमितताओं का अब पर्दाफ़ाश हो चुका है।
2⃣बहुप्रचारित NRA -… pic.twitter.com/A1CQRFIOws
युवाओं के लिए सड़क से संसद तक हमारा संघर्ष जारी
उन्होंने दावा किया कि सूचना का अधिकार के तहत मिली जानकारी के मुताबिक़ प्रधानमंत्री मोदी के "परीक्षा पे चर्चा" के खर्च में छह वर्षों में 175 प्रतिशत का उछाल आया है। खरगे ने कहा, ‘‘जो सरकार बिना धांधली के एक देशव्यापी परीक्षा नहीं करा सकती, उसके मुखिया द्वारा छात्रों को "परीक्षा" पर ज्ञान की वर्षा करना, बेईमानी है। झूठे वादों से करोड़ों युवाओं को बेरोज़गारी के दलदल में धकेलकर, मोदी जी, क़ैमरे की छाया में, बीते दिन विश्वविद्यालय घूम रहे थे।''उन्होंने यह भी कहा, ‘‘पहली नौकरी पक्की", "आरक्षण का अधिकार" व "पेपर लीक से मुक्ति" का हमारा एजेंडा हम कायम रखेंगे। युवाओं के अधिकारों के लिए सड़क से संसद तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा।''