इंसानियत शर्मसार: सड़क पर वर्दी की बेइज्जती, कार सवार मनचलों ने की यह शर्मनाक करतूत
punjabkesari.in Friday, May 02, 2025 - 11:24 AM (IST)

नेशनल डेस्क। मेरठ के फलावदा में कुछ कार सवार युवकों की गुंडागर्दी सामने आई है। इन युवकों ने ड्यूटी पर तैनात एक महिला दरोगा को देखकर न केवल अभद्र टिप्पणी की बल्कि तेज आवाज में गाने बजाकर और हूटिंग कर माहौल खराब करने की कोशिश भी की। हालांकि उनकी यह हरकत ज्यादा देर तक नहीं चली और सूचना मिलते ही फलावदा थाना पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर उनकी कार को जब्त कर लिया।
रुकने को कहा तो भगा ले गए कार
जानकारी के अनुसार फलावदा कस्बे में कुछ युवक अपनी अल्टो कार में सवार होकर सड़क पर हुड़दंग मचा रहे थे। इसी दौरान उन्होंने रास्ते से गुजर रही फलावदा थाने में तैनात एक महिला दरोगा को देखा और उन पर आपत्तिजनक कमेंट करना और हूटिंग करना शुरू कर दिया। महिला दरोगा ने जब उनकी कार को रोकने की कोशिश की तो चालक ने गाड़ी को ओर तेजी से भगा लिया।
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तीन मनचले चढ़े पुलिस के हत्थे
महिला दरोगा ने तुरंत थाने पर फोन कर घटना की जानकारी दी। पुलिस ने बिना देर किए हरकत में आते हुए अटल चौक के पास कार का पीछा कर उसे घेर लिया और रोक लिया। पुलिस ने कार में बैठे तीनों युवकों को जमकर फटकार लगाई और फिर उन्हें थाने ले आई। पुलिस के मुताबिक पकड़े गए युवकों की पहचान टांडी गांव के रहने वाले आदित्या, नंगली साधारण के अंकुश और नंगली आजड के सनी के रूप में हुई है। इन तीनों के खिलाफ तेज आवाज में म्यूजिक बजाने, महिला दरोगा पर अभद्र टिप्पणी करने और हूटिंग करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर उनकी कार को सीज कर दिया है।
पहले भी पुलिसकर्मी हो चुके हैं अभद्रता का शिकार
यह कोई पहली घटना नहीं है जब मेरठ में पुलिसकर्मियों के साथ अभद्रता की गई हो। करीब 10 दिन पहले भी बाइक सवार तीन युवकों ने एक उप निरीक्षक के साथ बदसलूकी की थी जिसमें पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया था जबकि दो अभी भी फरार हैं। इसके अलावा अलीगढ़ में भी एक महिला पीसीएस अधिकारी के साथ छेड़छाड़ की घटना सामने आई थी जहां कुछ लोगों ने गाली-गलौज कर महिला अधिकारी, उनके पति और भाई के साथ मारपीट की थी और छेड़छाड़ भी की थी।
वहीं इन घटनाओं से साफ है कि असामाजिक तत्वों में कानून का डर कम होता जा रहा है लेकिन मेरठ पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई ने यह संदेश दिया है कि महिलाओं और कानून का उल्लंघन करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।