अलर्ट! धरती पर मंडरा रहा खतरा, सूर्य में होगा भीषण विस्फोट...नासा ने दी चेतावनी
punjabkesari.in Sunday, Oct 06, 2024 - 11:44 AM (IST)
नेशनल डेस्क: अमेरिका की स्पेस एजेंसी NASA ने चेतावनी दी है कि सूर्य में एक बड़ा विस्फोट हो सकता है, जिससे एक भयंकर सौर तूफान आएगा। अगर यह तूफान धरती पर आया, तो भारी नुकसान हो सकता है। इसी कारण भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने भी अलर्ट जारी किया है।
THIS WEEKEND Earth will be hit by a super-powerful solar storm, caused by yesterday's massive flare. Flares are ranked by letters (A, B, C. M, X) & numbers (1-9). This flare was a chart-topping X9! Expect radio blackouts, power grid surges & colorful auroas. #sciencewithdrg pic.twitter.com/CSHyLVh3bn
— Dr. Michael Guillén (@DrMGuillen) October 4, 2024
सूर्य में विस्फोट की संभावना
NASA के वैज्ञानिकों के अनुसार, सूर्य में कभी भी एक शक्तिशाली विस्फोट हो सकता है। यह विस्फोट अगर धरती से टकराया, तो इसके कारण धरती का चुंबकीय क्षेत्र गड़बड़ हो सकता है। इसके परिणामस्वरूप रेडियो ब्लैकआउट, इलेक्ट्रिसिटी ब्लैकआउट होने के आसार हैं।
-विस्फोट के कारण संचार सेवाओं में बाधा आ सकती है।
-विद्युत आपूर्ति में रुकावट हो सकती है।
- मोबाइल, कंप्यूटर, और इंटरनेट सेवाओं में बाधा: ये सेवाएं ठप हो सकती हैं।
- तूफान और भूकंप: धरती पर और समुद्र में तूफान उठने और भूकंप आने का भी खतरा है।
भारत पर असर
ISRO, जो सूर्य की गतिविधियों पर नजर रखता है, लद्दाख में अपने केंद्र से अपडेट ले रहा है। ताजा रिपोर्ट के अनुसार, सौर तूफान भारतीय उपग्रहों को प्रभावित कर सकता है। डॉ. अन्नपूर्णी सुब्रमण्यन, भारतीय खगोल भौतिकी संस्थान की निदेशक, बताती हैं कि सूर्य में विस्फोट कणों, ऊर्जा, चुंबकीय क्षेत्रों और पदार्थों के मिश्रण से होता है। एक बार विस्फोट के बाद, सौर तूफान 250 से 3000 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से फैल सकता है, जो पृथ्वी के लिए खतरनाक हो सकता है।
हालिया सौर गतिविधियां
इस अक्टूबर की शुरुआत में सूर्य पर दो शक्तिशाली विस्फोट हुए, जिन्हें वैज्ञानिकों ने X7 और X9 नाम दिया है। इसे कोरोनल मास इजेक्शन (CME) कहा जाता है। ये विस्फोट पिछले सात सालों में सबसे शक्तिशाली माने जा रहे हैं। दोनों सौर तूफान पृथ्वी की ओर बढ़ रहे हैं और इससे और विस्फोट होने की संभावना है।
उत्तरी गोलार्ध में अरोरा
इस सौर तूफान से उत्तरी गोलार्ध में अरोरा (आसमान में रंग-बिरंगे प्रकाश का प्रदर्शन) भी देखा जा सकता है। G3 श्रेणी का यह जियोमैग्नेटिक तूफान पृथ्वी के चारों ओर घूम रहे सैटेलाइट्स को प्रभावित कर सकता है। संक्षेप में, NASA और ISRO दोनों ने इस संभावित सौर तूफान को लेकर गंभीर चेतावनी दी है। सभी को इससे प्रभावित होने वाले क्षेत्रों पर ध्यान देने की सलाह दी जा रही है।