हरिद्वार में भीषण धमाका, भारी मात्रा में विस्फोटक हुआ बरामद

punjabkesari.in Monday, Apr 14, 2025 - 08:18 PM (IST)

नेशनल डेस्क: उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के एक शांत गांव में सोमवार को दोपहर बाद अचानक ऐसा धमाका हुआ कि पूरा इलाका दहल उठा। पथरी थाना क्षेत्र के धनपुरा गांव स्थित एक शटरिंग सामग्री के गोदाम में भीषण विस्फोट हो गया। धमाका इतना जबरदस्त था कि आसपास के मकानों की दीवारें और जमीन तक कांप उठी। करीब 300 मीटर दूर तक इसकी गूंज और असर महसूस किया गया। धमाके के समय गोदाम के पास मौजूद दो व्यक्ति इसकी चपेट में आ गए। वे बुरी तरह झुलस गए और गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। गनीमत रही कि गोदाम के आसपास ज्यादा भीड़ नहीं थी वरना जान-माल का बड़ा नुकसान हो सकता था। धमाके के बाद गोदाम के पास रखे उपलों के ढेर में आग लग गई। आग को फैलने से पहले ही ग्रामीणों ने हिम्मत दिखाते हुए किसी तरह से काबू पाया। उनकी सतर्कता और सूझबूझ से आग को बड़ा रूप लेने से रोका जा सका।

मौके पर पहुंची पुलिस और फोरेंसिक टीम

धमाके की सूचना मिलते ही पथरी थाना पुलिस और फोरेंसिक एक्सपर्ट्स की टीम मौके पर पहुंची। शुरुआती जांच में पुलिस को गोदाम के अंदर से 41 बोरियों में संदिग्ध विस्फोटक सामग्री मिली है। इन बोरियों में गंधक (सल्फर) और पोटाश जैसे रासायनिक तत्व पाए गए हैं, जो आमतौर पर विस्फोटक बनाने में इस्तेमाल होते हैं।

धमाके से पहले 2018 में भी मिला था विस्फोटक

यह वही गोदाम है जहां साल 2018 में भी भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद हुई थी। उस समय भी यह सवाल उठा था कि इस गांव में आखिर इतनी विस्फोटक सामग्री क्यों और कैसे पहुंच रही है। अब दोबारा इतनी बड़ी मात्रा में बारूद जैसे केमिकल्स का मिलना पुलिस और खुफिया एजेंसियों के लिए चिंता का विषय बन गया है।

गोदाम मालिक हिरासत में, कई एंगल से हो रही पूछताछ

पुलिस ने गोदाम स्वामी शौकीन को हिरासत में ले लिया है। उससे लगातार पूछताछ की जा रही है। साथ ही जांच एजेंसियां यह भी पता लगाने में जुटी हैं कि इन रसायनों को गोदाम में किस उद्देश्य से रखा गया था। क्या इसके पीछे किसी आपराधिक साजिश का हाथ है? क्या कोई बड़ी योजना बन रही थी? ये सारे सवाल पुलिस के रडार पर हैं।

घायलों के बारे में भी जुटाई जा रही जानकारी

धमाके में घायल हुए दोनों व्यक्तियों की पहचान और उनकी भूमिका की भी जांच की जा रही है। पुलिस जानना चाहती है कि क्या वे सिर्फ मजदूर थे या उन्हें विस्फोटक सामग्री के बारे में कोई जानकारी थी। उनके बयान भी इस केस में अहम भूमिका निभा सकते हैं। घटना के बाद पूरे धनपुरा गांव में दहशत का माहौल है। लोग सहमे हुए हैं और स्थानीय प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। इलाके में पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है ताकि किसी भी संभावित खतरे से निपटा जा सके।

आगे की जांच में शामिल होंगी अन्य एजेंसियां भी

धमाके की गंभीरता को देखते हुए अब मामला सिर्फ लोकल पुलिस का नहीं रहा। ATS, IB और अन्य सुरक्षा एजेंसियों को भी इस केस में शामिल किया जा सकता है ताकि कोई आतंकवादी या आपराधिक साजिश न रह जाए।


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Content Editor

Ashutosh Chaubey

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