गुडग़ांव में लगती है जिस्मफरोशी, चंद मिनट में शौकीन उड़ा देते हैं हजारों रुपए

punjabkesari.in Monday, Mar 26, 2018 - 01:26 PM (IST)

गुडग़ांव (पी. मार्कण्डेय): शादी-ब्याह और मांगलिक अवसरों पर आपने परंपरागत नाचने-गाने वाले किन्नरों को तो सुना और देखा ही होगा लेकिन अब किन्नर नहीं, शीमेल का जलवा नवयुवकों में देखा जा रहा है। इन्हें थर्ड जेंडर के रूप में सैद्धांतिक तौर पर पहचाना जाने लगा है। साईबर सिटी में देर रात तक चलने वाले शराब और शबाब की मस्ती में शीमेल को पहचानना मुश्किल है। नशे में धुत थर्ड जेंडर न केवल नाइट क्लब और बार के अंदर लड़कियों के साथ डांस करते हैं, बल्कि शौकिनों को गजब का छलावा भी देते हैं। इनके साथ नाइट क्लब की धीमी रोशनी में चंद मिनट डांस करने के शौकीन लोग इन पर हजार रुपए से लेकर दस हजार तक न्यौछावर कर देते हैं। 

 किन्नरों ने मचाया था जमकर उत्पात
गत दिनों एमजी रोड पर नशे में धुत इन किन्नरों ने जमकर उत्पात भी मचाया था जो चर्चा का विषय बना हुआ था। विकास और आधुनिकता की पर्याय साईबर सिटी शाम ढलते ही नशीली हो जाती है। यहां देर रात तक जाम से जाम टकराते हैं तो होटलों, पब, बार और नाइट क्लबों से शुरू हुआ मस्ती का खेल जिस्मफरोशी तक पहुंच जाता है। सिर्फ एमजी रोड पर ही दर्जन भर से अधिक ऐसे अड्डे हैं जहां देर रात तक शौकिनों का जमावड़ा रहता है। इन क्लबों में एंट्री दिलाने वाले ब्रोकर आपको सड़कों पर आसानी से मिल जाते हैं, जो बताते हैं कि आज अंदर क्या खास है। रसियन डांस से लेकर अफ्रीकन डांसर तक की नुमाईश का वीडियो वह फोन पर दिखाकर ग्राहक तय कर लेते हैं। लेकिन, अंदर जाते ही युवक-युवतियों के साथ बड़ी संख्या में शीमेल मिलते हैं जो लड़की होने का छलावा देते हैंं।

शाम ढलते ही रंगीन हो जाता है शहर 
शहर के कई अड्डे हैं जहां सड़कों पर दिनभर ग्राहकों से मोलभाव चलता रहता है। इफको चौक मेट्रो से लेकर सिकंदरपुर मेट्रो के नीचे हाईवे पर शाम ढलते ही देहव्यापार की मंडी गुलजार हो जाती है। यहां पर भारतीय ही नहीं, दर्जन भर अफ्रीकन देशों की लड़कियां और गोरी मैम भी ग्राहकों से पैसों के लेनदेन पर बात करते मिल जाती हैं। हाईवे के बीच में बने डिवाईडर और उन पर लगे पेड़-पौधों की आड़ लेकर ये देशी-विदेशी युवतियां अपने ग्राहकों के इंतजार में देर रात तक खड़ी रहती हैं। देह के इस धंधे में बंगाल, बिहार, हरियाणा से लेकर नेपाल, नाईजीरीया और अफ्रीकन देशों की लड़कियां भी लगी हुई हैं। यहां तक कि हाईप्रोफाइल लड़कियां अपने महंगे शौक को पूरा करने के लिए भी अब इस धंधे को तत्काल पैसा कमाने का आसान तरीका मानकर आने लगी है। 

सर आईए आज बहुत क्राउड है
शहर के पॉश इलाके कहे जाने वाले जगहों पर रात ढलते ही ब्रोकर युवक आपको मिल जाएंगे। सहारा मॉल के आसपास दर्जन भर युवक शौकिनों की तलाश में होते हैं जो देखते ही पूछते हैं सर क्लब चलना है? यदि आपने रुचि दिखाई तो बताया जाएगा सर आज बहुत क्राउड है, आपको बहुत मजा आएगा। क्राउड से मतलब शराब की मस्ती में डांस करने वाली युवतियों की संख्या से होता है। लेकिन, वास्तविकता कुछ और होती है, नाइट क्लब की धीमी रोशनी में किसी को पहचान पाना मुश्किल होता है। यदि आप अकेले हैं तो पारखी नजरें तुरंत पेशकश कर देती है कि कंपनी चाहिए तो हजार से लेकर दस हजार तक का सौदा तय हो जाता है।


 


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