Paris Olympics में ऐतिहासिक प्रदर्शन के बाद भारत लौटीं Manu Bhaker, दिल्ली एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत (Video)
punjabkesari.in Wednesday, Aug 07, 2024 - 10:58 AM (IST)
नेशनल डेस्क: डबल ओलंपिक पदक विजेता मनु भाकर और उनके कोच जसपाल राणा ने हाल ही में भारत में वापसी की है। उनके दिल्ली एयरपोर्ट पर आगमन पर एक भव्य स्वागत समारोह का आयोजन किया गया। यह स्वागत समारोह मनु भाकर की पेरिस ओलंपिक्स 2024 में ऐतिहासिक सफलता के बाद आयोजित किया गया। दोनों की फूल मालाओं में फैन्स ने लाद दिया। मनु के स्वागत में लोगों ने जमकर नारेबाजी की। इतना ही नहीं लोग ने ढोल की थाप पर जश्न मनाते हुए भी नजर आए। बता दें कि मनु ने इस दौरान पेरिस ओलंपिक में जीते गए दोनों ब्रॉन्ज मेडल भी मीडिया को दिखाए।
Extremely humbled by the support and wishes that have been pouring in. This is something that I've always dreamt of. Proud to perform at the biggest stage for my country 🇮🇳 ❤️ pic.twitter.com/8U6sHOLulR
— Manu Bhaker🇮🇳 (@realmanubhaker) July 30, 2024
मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक्स में अपनी बेहतरीन प्रदर्शन से दो ओलंपिक पदक जीते, जिससे उन्होंने खेल जगत में नया इतिहास रच दिया। उनके इस उपलब्धि के बाद, जब वे भारत लौटे, तो दिल्ली एयरपोर्ट पर उनके सम्मान में विशेष समारोह आयोजित किया गया। समारोह में बड़ी संख्या में उनके समर्थक, परिजन और खेल प्रेमी मौजूद थे। उनके स्वागत के लिए आयोजित कार्यक्रम में उनके परिवार, दोस्तों और खेल समुदाय के सदस्यों ने गर्मजोशी से उनकी तारीफ की और उनका स्वागत किया।
#WATCH | On receiving a grand welcome in Delhi after returning from the historic #ParisOlympics2024 for her, double medal winner Manu Bhaker says, "I am so happy to get so much love here..." pic.twitter.com/H4tcoKZwF1
— ANI (@ANI) August 7, 2024
कोच जसपाल राणा के साथ मिलकर मनु भाकर ने इस भव्य स्वागत को लेकर अपनी खुशी और आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, "मैं इतनी स्नेह और प्यार देखकर बहुत खुश हूँ।" यह स्वागत समारोह मनु भाकर और जसपाल राणा की कड़ी मेहनत और खेल के प्रति उनके समर्पण को मान्यता देने का एक तरीका था। यह भी दर्शाता है कि भारत में खेलों के प्रति उत्साह और समर्थन लगातार बढ़ रहा है। खेल की बात करें मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक 2024 में ऐतिहासिक प्रदर्शन किया और महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर भारत को पहला ओलंपिक मेडल दिलाया। इसके बाद, उन्होंने सरबजोत सिंह के साथ मिलकर 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा में भी कांस्य पदक जीता। हालांकि, वह महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में मामूली अंतर से पदक जीतने से चूक गईं और तीन ओलंपिक पदक जीतने वाली एकमात्र भारतीय बनने की कगार पर थीं।