पदकों की हैट्रिक लगाने से चूकी मनु भाकर, मैच हारने के बाद छलका दर्द; बताई हार की वजह

punjabkesari.in Saturday, Aug 03, 2024 - 03:49 PM (IST)

नेशनल डेस्क: पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय खेल प्रशंसकों को बड़ा झटका लगा है। भारतीय निशानेबाज मनु भाकर, जिन्होंने महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल इवेंट के फाइनल में शानदार प्रदर्शन किया लेकिन अपने तीसरे ओलंपिक मेडल से मामूली अंतर से चूक गईं। मनु फाइनल में चौथे स्थान पर रहीं और इस तरह से पेरिस ओलंपिक खेलों में तीसरा पदक जीतने से चूक गईं। भारतीय निशानेबाज मनु भाकर ने शनिवार को स्वीकार किया कि वह 25 मीटर स्पोर्ट्स पिस्टल फाइनल के दौरान थोड़ा नर्वस थी। 

मैं वास्तव में नर्वस थी, लेकिन सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश की- मनु
इस 22 वर्षीय खिलाड़ी ने इससे पहले महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल और 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा में सरबजोत सिंह के साथ मिलकर दो कांस्य पदक जीते थे। मनु ने प्रतियोगिता के बाद कहा, ‘‘मैं वास्तव में नर्वस थी लेकिन मैंने शांत चित्त रहकर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश की, लेकिन यह पर्याप्त नहीं था।'' आठ निशानेबाजों के फाइनल में 28 का स्कोर बनाने के बाद मनु निराश नजर आ रही थी। इसके बाद वह शूट-ऑफ में हंगरी की कांस्य पदक विजेता वेरोनिका मेजर से हार गईं।

खुशी है, मैंने दो पदक जीते- मनु भाकर 
मनु ने कहा,‘‘यह ओलंपिक खेल मेरे लिए बहुत अच्छे साबित हुए लेकिन नजर हमेशा अगले वाले खेलों पर रहती है और मेरी निगाहें अभी से अगले ओलंपिक में अच्छे प्रदर्शन करने पर लगी हैं।'' उन्होंने कहा,‘‘मुझे बहुत खुशी है कि मैंने दो पदक जीते लेकिन इस स्पर्धा में मैं अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई। चौथा स्थान हासिल करना बहुत अच्छा प्रदर्शन नहीं होता है।' मनु ने कहा कि उनसे काफी उम्मीद की जा रही थी लेकिन इससे उन्होंने अपनी एकाग्रता भंग नहीं होने दी।

मैं सोशल मीडिया से दूर हूं, अपना फोन तक चेक नहीं किया
उन्होंने कहा, ‘‘ईमानदारी से कहूं तो मैं सोशल मीडिया से दूर हूं और मैंने अपना फोन तक चेक नहीं किया। मैं नहीं जानती कि दुनिया में क्या हो रहा है लेकिन मैं इतना जानती थी कि मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का प्रयास किया।''

मैंने और मेरी टीम ने कड़ी मेहनत की
मनु ने कहा, ‘‘अधिकतर स्पर्धाओं में मैंने अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन इसमे अच्छा खेल नहीं दिखा सकी। जैसे ही मैंने अपना खेल खत्म किया तो तुरंत ही सोचा इस बार ना सही अगली बार।'' उन्होंने कहा, ‘‘मैंने और मेरी टीम ने कड़ी मेहनत की ताकि मैं पोडियम तक पहुंच सकूं और भारत पदक जीत सके। इसलिए मैं बहुत खुश हूं कि मेरी टीम पूरी यात्रा के दौरान मेरे साथ रही।''
 

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Content Editor

rajesh kumar

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