Excise Policy Case: 17 मार्च तक ED की रिमांड में भेजे गए मनीष सिसोदिया

punjabkesari.in Friday, Mar 10, 2023 - 05:19 PM (IST)

नेशनल डेस्क: दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को राउज एवेन्यू कोर्ट ने सात दिनों के लिए ईडी की कस्टडी में भेज दिया है। कोर्ट के आदेश के बाद अब 17 मार्च तक सिसोदिया ईडी की रिमांड पर रहेंगे। मनीष सिसोदिया की जमानत अर्जी पर कोर्ट में अब 21 मार्च को सुनवाई होगी। दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई शुरू होते ही ईडी ने 10 दिनों की रिमांड मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने सात दिनों की कस्टडी में भेजने का फैसला लिया। 

सुनवाई के दौरान कोर्ट से ईडी ने कहा कि आबकारी नीति तैयार करने के पीछे साजिश थी। ईडी ने दिल्ली कोर्ट को बताया कि साजिश विजय नायर ने अन्य लोगों के साथ मिलकर की थी और आबकारी नीति थोक विक्रेताओं के लिए असाधारण लाभ मार्जिन के लिए लाई गई थी। 

12 फीसदी का लाभ पहुंचाया गया
शराब नीति में 12 फीसदी का लाभ पहुंचाया गया है। ऐसे में सिसोदिया से पूछताछ के लिए रिमांड जरूरी है। प्रवर्तन निदेशालय ने विजय नायर और के कविता (बीआरएस एमएलसी) के बीच बैठक के बारे में दिल्ली की अदालत को अवगत कराया।ईडी ने दिल्ली कोर्ट को बताया कि जीओएम बैठक में निजी संस्थाओं को थोक लाभ मार्जिन के 12% के मार्जिन पर कभी चर्चा नहीं की गई।

प्रवर्तन निदेशालय ने विजय नायर और के कविता (बीआरएस एमएलसी) के बीच बैठक के बारे में दिल्ली की अदालत को अवगत कराया। ईडी ने कहा कि आरोपी बुचिबाबू गोरंटला ने खुलासा किया कि तत्कालीन उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और के कविता के बीच राजनीतिक समझ थी, जो विजय नायर से भी मिले थे। बुच्चीबाबू के कविता के पूर्व ऑडिटर हैं और फिलहाल जमानत पर हैं।  

आप नेताओं को 100 करोड़ रुपए दिए: ईडी
ईडी ने कोर्ट में कहा कि के कविता और मनीष सिसोदिया संपर्क में थे। विजय नायर ने बिचौलिए का काम किया। ईडी ने के कविता और विजय नायर की व्हाट्सएप चैट का हवाला देते हुए कहा कि के कविता ने विजय नायर से मुलाकात की थी, दोनों के बीच बातचीत हुई थी। साउथ लॉबी ने आप नेताओं को 100 करोड़ रुपए दिए। कुछ कंपनियों को भारी फायदा पहुंचाने की साजिश थी। 

सबूत मिटाने को तोड़े गए 14 फोन: ED
शराब घोटाले मामले में मनीष सिसोदिया की हिरासत की मांग करते हुए ED के वकील ने कहा कि सबूत मिटाने के लिए एक साल के अंदर 14 फोन तोड़े या बदले जा चुके हैं। मनीष सिसोदिया ने दूसरों द्वारा खरीदे गए फोन और सिम कार्ड (जो उनके नाम पर नहीं हैं) का इस्तेमाल किया है ताकि बाद में वह इसे बचाव के रूप में इस्तेमाल कर सकें। यहां तक ​​कि उनके द्वारा इस्तेमाल किया गया फोन भी उनके नाम पर नहीं है। 

ED को दिखाना होगा कि पैसा कहां गया
मनीष सिसोदिया के वकील ने सुनवाई के दौरान कहा कि, अब कहा जा रहा है विजय नायर सिसोदिया के लिए काम कर रहा था। PMLA बेहद सख्त कानून हैं। यहां पुख्ता सबूत के बजाय एजेंसी की धारणा के हिसाब से गिरफ्तारी हो रही है। CBI को यह दिखाना होगा कि पैसा सिसोदिया के पास गया। वो दिखा दें कि 1 रुपया भी उनके पास गया। CBI मामले में हम कोर्ट के सामने जमानत पर बहस करने वाले थे। मुझे पहले कभी नहीं बुलाया गया। जमानत की सुनवाई से एक दिन पहले मुझे गिरफ्तार कर लिया गया। 

सिसोदिया के वकील ने रिमांड का किया विरोध
कोर्ट में मनीष सिसोदिया के वकील अपना पक्ष रख रहे हैं। सिसोदिया के वकील ने कोर्ट में कहा एलजी को शराब नीति की जानकारी थी। सिसोदिया को कोई पैसा नहीं मिला है। सिसोदिया के वकील ने ईडी रिमांड का विरोध करते हुए कहा कि ईडी ने कभी रिमांड की मांग नहीं की थी। 

आप समर्थकों ने कोर्ट बाहर दिया धरना
ईडी ने दिल्ली की आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन के एक मामले में सिसोदिया को गिरफ्तार किया है। सिसोदिया की पेशी के मद्देनजर ‘राउज एवेन्यू' अदालत परिसर के भीतर और बाहर सुरक्षा बल की भारी तैनाती की गई। आम आदमी पार्टी (आप) के समर्थकों ने अदालत परिसर के बाहर धरना दिया और सिसोदिया के समर्थन में नारे लगाए, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के समर्थकों ने इस मामले को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की मांग करते हुए विरोध-प्रदर्शन किया।

संघीय एजेंसी ने विशेष न्यायाधीश एम. के. नागपाल के समक्ष सिसोदिया को पेश किया। मनीष सिसोदिया को केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने दिल्ली की आबकारी नीति (जिसे अब वापस ले लिया गया है) में कथित अनियमितताओं के मामले में 26 फरवरी को गिरफ्तार किया था। इसके बाद ईडी ने इसी से जुड़े धन शोधन के एक मामले में तिहाड़ जेल में सिसोदिया से पूछताछ की और बृहस्पतिवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया। 

 


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Content Editor

rajesh kumar

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