Congress की वापसी तय, BJP का डाउनफॉल शुरू... हरियाणा चुनाव के Exit Poll पर मनीष सिसोदिया का बड़ा बयान
punjabkesari.in Monday, Oct 07, 2024 - 11:31 AM (IST)
नेशनल डेस्क: हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनावों के एग्जिट पोल के नतीजों ने भारतीय राजनीति में एक नई हलचल पैदा कर दी है। इन एग्जिट पोल में दिखाए गए रुझान यह संकेत कर रहे हैं कि कांग्रेस दोनों राज्यों में सत्ता में लौटने की दिशा में अग्रसर है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता और दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भाजपा के भविष्य को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं।
भाजपा का डाउनफॉल
सिसोदिया ने रविवार को एक कार्यक्रम में मीडिया से बात करते हुए कहा, "भाजपा का डाउनफॉल शुरू हो गया है। अब देश के लोग भाजपा को अलविदा कहने की तैयारी कर चुके हैं।" उन्होंने यह भी कहा कि यह एक ऐतिहासिक क्षण है जब लोग भाजपा की नीतियों और उनके शासन के प्रभाव को समझ रहे हैं। सिसोदिया का मानना है कि भाजपा अब धीरे-धीरे राजनीति के इतिहास में विलीन हो जाएगी और भविष्य में लोग इसे एक विफलता के रूप में याद करेंगे।
क्रिकेट टूर्नामेंट में युवा भागीदारी
मनीष सिसोदिया रविवार को संगम विहार में आयोजित एक क्रिकेट टूर्नामेंट में भाग लेने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने युवाओं की भागीदारी की प्रशंसा की और कहा, "यह आयोजन युवाओं के लिए एक शानदार पहल है। विभिन्न क्षेत्रों से आए युवा इस खेल में हिस्सा लेकर अपने कौशल का प्रदर्शन कर रहे हैं।" उनका मानना है कि ऐसे आयोजन युवाओं में एकता और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने का कार्य करते हैं।
एग्जिट पोल के निष्कर्ष
इंडिया टुडे-सी वोटर के सर्वेक्षण के अनुसार, हरियाणा में कांग्रेस को 50 से 58 सीटें मिलने की संभावना जताई गई है, जबकि भाजपा को केवल 20 से 28 सीटें मिल सकती हैं। इसके अलावा, जननायक जनता पार्टी (जजपा) को 0 से 2 सीटें मिल सकती हैं, और अन्य दलों को 10 से 14 सीटें मिलने की संभावना है। जम्मू-कश्मीर में भी कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के गठबंधन को 40 से 48 सीटें मिलने का अनुमान है। भाजपा के लिए यह चुनाव चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है, क्योंकि उन्हें 32 से 37 सीटें मिलने की उम्मीद है। पीडीपी को 6 से 12 सीटें मिल सकती हैं, और अन्य दलों के लिए 6 से 11 सीटें निर्धारित की गई हैं।
चुनावी प्रक्रिया और नतीजों की तारीख
हरियाणा की विधानसभा की 90 सीटों के लिए मतदान एक चरण में हुआ, जबकि जम्मू-कश्मीर में मतदान तीन चरणों में आयोजित किया गया। यह चुनाव भारतीय राजनीति के लिए महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि ये दोनों राज्यों में राजनीतिक बदलाव के संकेत दे सकते हैं। चुनाव परिणाम 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे, और इन परिणामों का सभी राजनीतिक दलों, कार्यकर्ताओं और मतदाताओं को बेसब्री से इंतजार है। चुनावी नतीजे केवल पार्टियों के लिए नहीं, बल्कि आम जनता के लिए भी महत्वपूर्ण होंगे, क्योंकि ये उनके भविष्य के राजनीतिक परिदृश्य को निर्धारित करेंगे।
संभावित राजनीतिक प्रभाव
यदि एग्जिट पोल के नतीजे सही साबित होते हैं, तो यह भाजपा के लिए एक बड़ा झटका हो सकता है। यह चुनाव परिणाम न केवल हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में बल्कि पूरे देश में भाजपा के राजनीतिक प्रभाव को प्रभावित कर सकते हैं। सिसोदिया ने इस दिशा में भी संकेत दिए कि यदि कांग्रेस सत्ता में आती है, तो यह एक नई राजनीतिक दिशा की शुरुआत हो सकती है, जिससे अन्य राज्यों में भी राजनीतिक बदलाव की संभावनाएं बढ़ सकती हैं। इस प्रकार, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनावों में संभावित बदलावों को लेकर राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। सभी की नजरें अब 8 अक्टूबर को होने वाले चुनाव परिणामों पर टिकी हुई हैं, जो भविष्य के राजनीतिक परिदृश्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।