दो साल तक मुफ्त में खाता रहा शख्स! फूड डिलीवरी ऐप से 1,000 बार लगाया चूना, अब पहुंचा जेल
punjabkesari.in Thursday, Oct 16, 2025 - 07:46 PM (IST)

नेशनल डेस्क: जापान में एक 38 वर्षीय बेरोजगार व्यक्ति ने फूड डिलीवरी ऐप की रिफंड पॉलिसी में खामी का फायदा उठाकर दो साल तक मुफ्त में खाना खाया। हैरानी की बात यह है कि उसने इस दौरान 1,000 से अधिक बार ऑर्डर किया और हर बार रिफंड भी हासिल कर लिया — यानी दो साल तक पेट भरकर खाया और एक पैसा नहीं चुकाया।
124 अकाउंट्स से चलाया धोखाधड़ी का जाल
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपी ताकुया हिगाशिमोतो ने 124 फर्जी अकाउंट्स बनाकर यह ठगी की। वह हर कुछ दिनों में नया अकाउंट बनाता, ऑर्डर करता, फिर कुछ ही दिनों में सदस्यता रद्द कर देता ताकि पहचान न हो सके। कंपनी को उसने करीब 3.7 मिलियन येन (लगभग 21 लाख रुपये) का नुकसान पहुंचाया।
“खाना नहीं आया” कहकर लेता था पैसे वापस
हिगाशिमोतो ने कॉन्टैक्टलेस डिलीवरी का विकल्प चुनकर एक चाल चली। हर बार खाने के बाद वह ऐप के चैट फीचर से झूठा दावा करता कि खाना नहीं पहुंचा। इसके बाद प्लेटफॉर्म उसे पूरा रिफंड दे देता था। एक मामले में, उसने 30 जुलाई को फर्जी नाम से नया अकाउंट बनाया और आइसक्रीम, बेंटो और चिकन स्टेक ऑर्डर किया। खाना मिल जाने के बावजूद उसने कहा कि “डिलीवरी नहीं हुई”- और उसी दिन 16,000 येन (लगभग ₹10,500) वापस पा लिए।
पुलिस की जांच में खुला फर्जीवाड़े का राज
जापान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने नागोया (आइची प्रांत) से आरोपी को गिरफ्तार किया। जांच में सामने आया कि हिगाशिमोतो कई सालों से बेरोजगार था और अप्रैल 2023 से इस धोखाधड़ी को संगठित तरीके से अंजाम दे रहा था। वह प्रीपेड मोबाइल सिम से अकाउंट बनाता, फर्जी नाम-पते इस्तेमाल करता और फिर अकाउंट तुरंत डिलीट कर देता- जिससे उसकी पहचान कर पाना बेहद मुश्किल हो गया।
दो साल का “फ्री फीस्ट” अब बना जेल का टिकट
लगातार दो साल तक मुफ्त में खाना मंगाने की यह कहानी अब खत्म हो चुकी है। फूड डिलीवरी कंपनी ने कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है और आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी के कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
पुलिस का कहना है कि यह मामला सिर्फ ऑनलाइन ठगी नहीं, बल्कि डिजिटल फ्रॉड का एक नया खतरनाक पैटर्न है- जिसने जापान में फूड ऐप्स की सुरक्षा प्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।