'मैं एक जिंदा शेरनी हूं', ममता बनर्जी का हुंकार; विरोधियों से कहा- जब तक मैं नहीं चाहूंगी, तब तक तुम मुझे हरा नहीं सकते
punjabkesari.in Thursday, Aug 07, 2025 - 11:24 AM (IST)

नेशनल डेस्क: पश्चिम बंगाल में 2026 के विधानसभा चुनावों से पहले, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने विरोधियों को कड़ी चुनौती दी है। झारग्राम के पंचमाथा मोड़ में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा, “जब तक मैं नहीं चाहूंगी, तब तक तुम मुझे हरा नहीं सकते।” उन्होंने अपने अंदर के आत्मविश्वास की कहानी बताते हुए कहा कि वह एक शेरनी हैं और किसी को भी उन्हें कम नहीं आंकना चाहिए।
‘मैं एक शेरनी हूं, मुझे घायल करने की कोशिश मत करो’
ममता बनर्जी ने अपने अतीत को याद करते हुए कहा कि वह सीपीआई(एम) की गोलियों से भी बच गई थीं और सिर पर चोट लगने के बाद भी नहीं डरीं। उन्होंने कहा, “मैं तुम्हें चींटियों की तरह कुचल दूंगी। मैं एक जिंदा शेरनी हूं। मुझे घायल करने की कोशिश मत करो, मैं खतरनाक हो जाऊंगी।” उन्होंने जोर देकर कहा कि उन्हें हराना इतना आसान नहीं है।
क्यों भड़कीं सीएम?
ममता बनर्जी का यह तीखा बयान तब आया जब चुनाव आयोग ने उनकी सरकार के दो निर्वाचन पंजीकरण अधिकारियों सहित चार सरकारी अधिकारियों को सस्पेंड करने का निर्देश दिया। इस पर गुस्सा जाहिर करते हुए ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग पर राजनीतिक पक्षपात का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “चुनाव आयोग अमित शाह के एजेंट की तरह काम कर रहा है। बंगाल इस अपमान को बर्दाश्त नहीं करेगा। मैं अपने अधिकारियों को सजा नहीं मिलने दूंगी। अगर हिम्मत है तो करके देखो!”
वोटर्स से की खास अपील
ममता बनर्जी ने वोटर्स से अपनी वोटिंग लिस्ट में नाम की जांच करने की अपील की और उन्हें सावधान रहने को कहा। उन्होंने कहा कि आपका वोटर आई-डी कार्ड सिर्फ एक कार्ड नहीं, बल्कि आपकी पहचान है। उन्होंने असम से बंगाल में लोगों को डराने के लिए भेजे जा रहे नोटिस पर भी चिंता जाहिर की और इसे बंगालियों पर हमला बताया।
बीजेपी ने दिया जवाब
ममता बनर्जी के बयान पर बीजेपी ने भी प्रतिक्रिया दी है। वरिष्ठ बीजेपी नेता राहुल सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री के भाषण में उनकी असुरक्षा की भावना झलकती है। उन्होंने कहा कि विरोधियों को चींटियों की तरह कुचलने की उनकी धमकी बताती है कि वह कितनी कमजोर और हताश हो गई हैं।