Arvind Kejriwal के परिजनों से मिलीं Mamata Banerjee, पैर छूकर लिया आशीर्वाद, देखें Video
punjabkesari.in Friday, Jul 26, 2024 - 07:50 PM (IST)
नेशनल डेस्कः पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नीति आयोग (NITI Ayog) की बैठक के लिए दिल्ली पहुंच चुकी हैं। इस बीच ममता बनर्जी समय निकालकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर पहुंची और उनके माता-पिता और पत्नी से मुलाकात की। इस दौरान ममता बनर्जी ने अरविंद केजरीवाल के माता पिता के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। उनके साथ आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा भी थे। इसका सोशल मीडिया पर वीडियो आया है।
दरअसल, ममता बनर्जी को कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में होने वाली नीति आयोग की बैठक में हिस्सा लेना है। दिल्ली पहुंचने के बाद टीएमसी प्रमुख ने अपने बांग्ला भवन में सांसदों के साथ मुलाकात की। इसके बाद वह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के परिजनों से मिलने उनके आवास पहुंची। बता दें कि अरविंद केजरीवाल दिल्ली शराब घोटाले मामले में तिहाड़ जेल में बंद हैं।
Delhi: West Bengal CM Mamata Banerjee seeks the blessings of Delhi CM Arvind Kejriwal's parents at his residence pic.twitter.com/EI25LB03W5
— IANS (@ians_india) July 26, 2024
इससे पहले ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल, असम, बिहार और झारखंड को बांटने की कोशिश की जा रही है तथा वह शनिवार को नई दिल्ली में आयोजित नीति आयोग की बैठक में इस विभाजनकारी रवैये का विरोध करेंगी। राष्ट्रीय राजधानी रवाना होने से पूर्व बनर्जी ने अपने भतीजे एवं पार्टी महासचिव अभिषेक बनर्जी के साथ कहा,‘‘हालिया केंद्रीय बजट भेदभावपूर्ण और पूरी तरह से राजनीतिक रूप से पक्षपाती है, जिसमें विपक्षी दलशासित राज्यों को वंचित किया गया है। मैं नीति आयोग की बैठक में पश्चिम बंगाल के साथ किये जा रहे राजनीतिक भेदभाव का विरोध करूंगी।''
ममता ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल आर्थिक नाकेबंदी, भौगोलिक नाकेबंदी, राजनीतिक नाकेबंदी और अन्य भेदभाव का सामना कर रहा है और इसके समेत बिहार, असम और झारखंड को विभाजित करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने केंद्रीय मंत्रियों और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर आरोप लगाया कि आर्थिक और भौगोलिक नाकेबंदी लगाते हुए पश्चिम बंगाल को विभाजित करने का प्रयास कर रहे हैं।
ममता ने कहा, ‘‘मंत्रियों और भाजपा का रवैया बंगाल को विभाजित करने का है और यह तब हो रहा है जब संसद चल रही है। बंगाल को विभाजित करने का मतलब है हमारे देश भारत को विभाजित करना। हम इस मुद्दे पर अपनी चिंताओं को व्यक्त करना चाहते हैं, और मैं ऐसा करने के लिए मौजूद रहूंगी। अगर वे मुझे बोलने की अनुमति देते हैं, तो मैं बोलूंगी, अन्यथा मैं विरोध करूंगी और बैठक छोड़ दूंगी।'' उन्होंने कहा , ‘‘झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी नीति आयोग की बैठक में भाग लेने जा रहे हैं और हम अन्य राज्यों की ओर से एक साथ बोलेंगे।''