मणिपुर में सुरक्षा बलों का बड़ा ऑपरेशन: 10 उग्रवादी ढेर, हथियारों का जखीरा बरामद
punjabkesari.in Thursday, May 15, 2025 - 10:23 AM (IST)

नेशनल डेस्क। मणिपुर के चंदेल जिले में बुधवार को सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है। भारतीय सेना ने बताया कि असम राइफल्स की एक यूनिट ने एक जोरदार कार्रवाई में कम से कम 10 उग्रवादियों को मार गिराया है। इस ऑपरेशन के दौरान उग्रवादियों के पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया गया है। यह कार्रवाई मणिपुर में सक्रिय विभिन्न उग्रवादी संगठनों के खिलाफ चल रही राज्यव्यापी मुहिम का हिस्सा है।
सेना के पूर्वी कमान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी देते हुए बताया कि असम राइफल्स की यूनिट को चंदेल जिले के न्यू सम्तल गांव के पास भारत-म्यांमार सीमा के करीब सशस्त्र उग्रवादियों की गतिविधियों के बारे में खास खुफिया जानकारी मिली थी। इसी सूचना के आधार पर सेना ने त्वरित कार्रवाई शुरू की।
सेना के बयान के अनुसार ऑपरेशन के दौरान उग्रवादियों ने सैनिकों पर गोलीबारी शुरू कर दी। इसके जवाब में सैनिकों ने प्रभावी जवाबी कार्रवाई की जिसमें कम से कम 10 उग्रवादी मारे गए। सेना ने यह भी स्पष्ट किया कि इलाके में ऑपरेशन अभी भी जारी है।
पिछले हफ्ते 13 उग्रवादी हुए थे गिरफ्तार
यह ऑपरेशन मणिपुर में उग्रवाद के खिलाफ सुरक्षा बलों की तेज कार्रवाई को दर्शाता है। पिछले हफ्ते ही 10 मई को सुरक्षा बलों और पुलिस के एक संयुक्त अभियान में कम से कम 13 उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोग प्रतिबंधित विद्रोही समूहों के सक्रिय सदस्य थे और वे कथित तौर पर वसूली जैसी गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल थे। 10 मई को गिरफ्तार किए गए लोगों में कांग्लेपाक कम्युनिस्ट पार्टी पीपल्स वॉर ग्रुप गुट के दो सक्रिय सदस्य भी शामिल थे जिनकी पहचान निंग्थौजम किरन मेइतेई उर्फ बोइनाओ (29) और सोरोखैबम इनाओचा सिंह (45) के रूप में हुई है।
दो मोर्चों पर आतंकवाद से लोहा ले रही सेना
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब भारत-पाकिस्तान सीमा पर भी तनाव बना हुआ है और 'ऑपरेशन सिंदूर' जैसे सैन्य अभियानों ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की दृढ़ प्रतिबद्धता को दिखाया है। हालांकि मणिपुर में चल रहा संघर्ष यह दर्शाता है कि भारत की आंतरिक सुरक्षा चुनौतियां भी कम गंभीर नहीं हैं जहां उग्रवादी गतिविधियां और जबरन वसूली जैसे अपराध लगातार जारी हैं।
सेना और अन्य सुरक्षा बलों की यह कार्रवाई न केवल आतंकवादियों को निशाना बना रही है बल्कि मणिपुर में शांति और सुरक्षा बहाल करने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। जैसे-जैसे यह ऑपरेशन आगे बढ़ रहा है सबकी निगाहें इस पर टिकी हैं कि इन प्रयासों से राज्य में स्थिरता लाने में कितनी मदद मिलेगी।