अब महालक्ष्मी मंदिर में प्रवेश की बारी: तृप्ति देसाई
punjabkesari.in Saturday, Apr 09, 2016 - 01:57 PM (IST)
नई दिल्ली: शनि शिंगणापुर मंदिर में महिलाअों को मिले प्रवेश से जहां 400 साल पुरानी परंपरा टूट गई और महिलाओं ने मंदिर के चबूतरे पर चढ़कर पूजा अर्चना की। वहीं महिलाओं को मंदिरों में प्रवेश के अधिकार की लड़ाई लड़ रहीं भूमाता ब्रिगेड की प्रमुख तृप्ति देसाई ने कहा है कि यह तो केवल अभी शुरुआत है।
देसाई ने कहा कि जिन-जिन मंदिरों में महिलाओं का प्रवेश वर्जित है उनके खिलाफ उनका संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि 13 अप्रैल को कोल्हापुर के महालक्ष्मी मंदिर में वे लोग प्रवेश के लिए संघर्ष करेंगी।
महिलाओं के मंदिर में प्रवेश को लेकर शनि शिंगणापुर मंदिर ट्रस्ट ने शुक्रवार सुबह घोषणा की कि वे लोग महिलाओं को पूजा करने से नहीं रोकेंगे। इस तरह सुप्रसिद्ध शनि शिंगणापुर मंदिर के 400 साल के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ जब महिलाओं को पूजा करने की इजाजत मिली।
गौरतलब है कि इससे पहले बॉम्बे हाई कोर्ट ने भी इस मामले पर फैसला सुनाया था कि पूजा करने से महिलाओं को नहीं रोका जा सकता। इस आदेश के बाद भी मंदिर ट्रस्ट महिलाओं को पूजा करने के अधिकार के खिलाफ अड़ा हुआ था। लेकिन बाद में ट्रस्ट ने खुद तृप्ति देसाई को मंदिर में पूजा करने के लिए आमंत्रित किया।