मध्य प्रदेश: आयकर विभाग ने की छापेमारी, घर से मिले 4 मगरमच्छ

punjabkesari.in Saturday, Jan 11, 2025 - 09:59 AM (IST)

नेशनल डेस्क. मध्य प्रदेश के सागर जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। आयकर विभाग की टीम ने छापेमारी के दौरान एक घर से चार मगरमच्छ बरामद किए। इस घटना की सूचना वन विभाग को दी गई, जिसके बाद मगरमच्छों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया।

क्या है मामला

आयकर विभाग ने यह छापेमारी राजेश केसरवानी के ठिकानों पर की। राजेश केसरवानी बीड़ी कारोबारी, भवन निर्माण ठेकेदार और भाजपा के पूर्व पार्षद हैं। छापेमारी के दौरान जहां कई दस्तावेज और संपत्तियों से जुड़ी जानकारियां सामने आईं। वहीं घर में मगरमच्छ पाए जाने से अधिकारी भी हैरान रह गए। हालांकि, आयकर विभाग के अधिकारियों ने मगरमच्छों को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की है। वहीं वन विभाग ने इस मामले में वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत केस दर्ज कर लिया है।

वन विभाग का बयान

मध्य प्रदेश के हेड ऑफ फॉरेस्ट फोर्स, असीम श्रीवास्तव ने बताया कि मगरमच्छों की स्वास्थ्य जांच कराई जा रही है। इस घटना की पूरी जानकारी कोर्ट को दी जाएगी और कानून के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि मगरमच्छ किसके घर से बरामद हुए हैं।

सूत्रों के मुताबिक, घर से कुल चार मगरमच्छ मिले हैं। इन मगरमच्छों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है। अधिकारियों का कहना है कि उनकी स्थिति सामान्य है और जांच पूरी होने के बाद उन्हें प्राकृतिक वातावरण में छोड़ा जाएगा।

इलाके में फैली सनसनी

घर से मगरमच्छ मिलने की खबर से इलाके में हड़कंप मच गया। स्थानीय लोग हैरान हैं और चर्चा कर रहे हैं कि आखिरकार कोई घर में मगरमच्छ क्यों रखेगा। फिलहाल, इस मामले की गहन जांच जारी है।

वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई

मगरमच्छ संरक्षित जीवों की श्रेणी में आते हैं। इन्हें घर में रखना कानूनन अपराध है। वन विभाग ने इस मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि मामले की पूरी जानकारी जुटाने के बाद दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। रेस्क्यू किए गए मगरमच्छों को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया है। उनकी देखभाल और स्वास्थ्य जांच के बाद उन्हें जंगल या सुरक्षित जल स्रोत में छोड़ा जाएगा। मामले से जुड़े सभी पहलुओं की जांच की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि मगरमच्छों को घर में क्यों रखा गया था।


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Content Editor

Parminder Kaur

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