खुल गया मां वैष्णो देवी का दरबार-न माथे पर तिलक, न मिला प्रसाद...पहले दिन भक्तों ने ऐसे किए दर्शन
punjabkesari.in Monday, Aug 17, 2020 - 09:11 AM (IST)
नेशनल डेस्कः जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित विश्वविख्यात श्री माता वैष्णो देवी की पवित्र गुफा की यात्रा रविवार से आखिरकार पांच महीने बाद फिर से शुरू हुई। वैष्णो देवी की यात्रा कोरोना के चलते गत 18 मार्च से निलंबित थी। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रमेश कुमार ने बताया कि यात्रा रविवार सुबह 6 बजे से शुरू कर दी गई थी। हालांकि इस दौरान कई बदलाव किए गए।
न लगा तिलक न मिला प्रसाद
पहले की तरह अब पवित्र मां वैष्णो देवी गुफा के अंदर पंडित जी अब भक्तों को टीका नहीं लगा रहे हैं और न ही भक्तों को प्रसाद मिल रहा है। दरअसल अभी कटरा में प्रसाद आदि की जो दुकानें हैं वो भी अभी बंद हैं। गुफा में अब पंडित जी नहीं हैं। भक्त अपनी बारी से माथा टेकते हुए जल्दी-जल्दी बाहर आ रहे हैं।
पहले दिन करीब 100-150 श्रद्धालु पहुंचे
यात्रा बहाल किए जाने के पहले दिन करीब 100-150 श्रद्धालु माता के दरबार पहुंचे। यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं के लिए कुछ दिशानिर्देश भी जारी किए गए हैं जिनका पालन किया जाना अपरिहार्य है। दिशानिर्देश के मुताबिक पहले हफ्ते में प्रतिदिन दो हजार श्रद्धालुओं को ही यात्रा की अनुमति दी जाएगी। इनमें 1900 श्रद्धालु जम्मू-कश्मीर और शेष 100 प्रदेश से बाहर के होंगे। स्थिति की समीक्षा की जाएगी और इसके बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा। यात्रा पंजीयन केंद्रो पर लोगों की भीड़ को कम करने के लिए पंजीयन ऑनलाइन होंगे और इसके बाद ही श्रद्धालुओं को यात्रा की अनुमति दी जाएगी।
इसके साथ ही श्रद्धालुओं को अपने मोबाइल फोन में आरोग्य सेतु इंस्टाल करना तथा मॉस्क पहनना जरूरी होगा। प्रत्येक यात्री को यात्रा प्रवेश स्थलों के समीप थर्मल इमेज स्कैनर से गुजरना होगा। उन्होंने कहा कि 10 साल से कम आयु के बच्चों , गर्भवती महिलाओं और 60 साल से अधिक व्यक्तियों को कोरोना संक्रमण से अपनी रक्षा सुनिश्चित करने के लिए यात्रा टालने की सलाह दी गई है। हालांकि बाद में हालात सामान्य होने पर इस वर्ग के लिए दिशा-निर्देश संशोधित किए जाएंगे।
घोड़ा-खच्चर अभी बंद
कोरोना के खतरे को देखते हुए मंदिर में सफाई का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। लंगर चालू हो गए हैं और वहां भी सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा जा रहा है। मंदिर में दर्शन के लिए आवाजाही के लिए घोड़ा-खच्चर और पिट्ठू की सेवाएं फिलहाल अभी बंद हैं। हेलीकॉप्टर सेवा जारी है। वहीं रविवार को जैसे ही यात्रा शुरू हुई मां के भक्तों के चेहरे खिल उठे। मंदिर परिसर जय मां वैष्णो देवी के जयकारों से गूंज उठा। हर कोई खुश था कि आखिरकार इतने महीनों बाद मां का बुलावा आया तो सही। मां के भक्तों के चेहरे पर खुशी देखते ही बन रही थी।