Lockdown ने बदली भारत की आबोहवा, जीवों को मिला खुली सांस लेने का मौका

punjabkesari.in Thursday, Apr 23, 2020 - 01:01 PM (IST)

नई दिल्लीः  कोरोना वायरस का खौफ भारत में कम होने का नाम नहीं ले रहा है। देश में कोरोना वायरस से संक्रिमितों की संख्या बढ़कर 21393 हो गई है। वहीं covid-19 से अब तक 681 लोगों की मौत हो गई है। कोरोना के कुल 21393 मामलों में 16454 केस एक्टिव हैं और 4258 लोग पूरी तरह से ठीक हो गए हैं। 

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लॉकडाउन ने खुली साफ हवा देकर धरती माता को नए प्राण बख्शे
कोरोना के खतरे को देखते हुए जहां  रेल, सड़क, समुद्र और आकाश, हर तरह का ट्रैफिक थमा हुआ है वहीं गहराई से किया एक विश्लेषण बताता है कि लॉकडाउन ने सही मायने में धरती माता को खुली साफ हवा देकर उन्हें नए प्राण बख्शे हैं। राज्यों, शहरों और जिलों में इंसानी हलचल रुकी हुई है। हमने वन्यजीवन से जुड़ी ऐसी तस्वीरें देखी हैं जिसमें खाली शहरी जमीन पर वन्यजीव घूमते नजर आ रहे हैं। पंजाब और अन्य उत्तरी राज्यों से हिमालय पर्वत श्रृंखलाएं साफ दिखाई दे रही हैं। 


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कम दिखाई देने वाले पक्षी भी आ रहे हैं बाहर
पक्षी विशेषज्ञ का मानना है कि हाल के दिनों में शहरी क्षेत्रों में पक्षियों की संख्या में इजाफा दर्ज किया गया है। ऐसे मेहमान पंछी भी दिखने लगे हैं, जो आबादी से दूर रहते हैं।  लॉक डाउन की वजह से भीड़ और शोर काफी कम हो गया है। कोलाहल वाली जगहों पर भी सन्नाटा है। यह परिवेश पक्षियों को आकर्षित कर रहा है। यही वजह है कि स्थानीय पक्षियों के साथ शहर में काफी कम दिखाई देने वाले पक्षी भी आ रहे हैं।


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 प्रदूषण से औसतन हर साल होती है 23 लाख लोगों की मौत
 दिसंबर में स्वास्थ्य और प्रदूषण पर ग्लोबल एलायंस की ओर से जारी एक रिपोर्ट में कहा गया था कि भारत में प्रदूषण से औसतन हर साल इस वजह से 23 लाख लोगों की मौत होती है। भारत के सारे प्रदूषण फैक्टर में सबसे ज्यादा हिस्सा कारखानों और वाहनों की ओर से छोड़े गए जहरीले धुएं का होता है। लेकिन जब से लॉकडाउन शुरू हुआ है, हवा बहुत साफ हो गई है और प्रदूषण का स्तर बहुत नीचे आ गया है।  ट्रैफिक का शोर थम जाने पर अब पक्षियों की चहचहाट को जितना साफ सुना जा सकता है, पहले नहीं सुना जाता था।
 


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Edited By

Anil dev

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