'मुंडी बस बची है, बाकी सब खा...,' समोसे में मिली छिपकली, 5 साल के बच्चे की हालत बिगड़ी, अस्पताल में भर्ती
punjabkesari.in Friday, Nov 08, 2024 - 02:00 PM (IST)
नेशनल डेस्क: मध्य प्रदेश के रीवा जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जब बाजार से खरीदे गए समोसे में छिपकली मिली। यह घटना तब घटी जब 5 साल के मासूम ने बिना देखे समोसा खा लिया और उसकी तबीयत अचानक खराब हो गई। इस घटना ने न केवल परिवार को हैरान कर दिया, बल्कि खाद्य सुरक्षा और सफाई को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
घटना का विवरण
यह घटना रीवा शहर के ढेकहा क्षेत्र की है, जहां सुरेंद्र शर्मा नामक व्यक्ति ने अपनी पत्नी और बेटे के लिए एक होटल से समोसा और जलेबी खरीदी थी। घर लौटकर उनका बेटा, श्रेयांश शर्मा, समोसा खाने लगा। कुछ देर बाद बच्चे ने समोसे का स्वाद अजीब महसूस किया और वह समोसे का एक हिस्सा खाकर दूसरा समोसा उठाने लगा। इस दौरान, परिवार के अन्य सदस्य उसकी तरफ देख रहे थे और तभी उनकी नजर समोसे के अंदर एक तली हुई छिपकली के सिर पर पड़ी। यह देखकर परिवार के होश उड़ गए और वे हैरान रह गए। एक वीडियो में परिजनों ने कहा, “मुंडी बस बची है, बाकी सब खा लिया।” यानी समोसा पूरी तरह से तला हुआ था और छिपकली का सिर ही बचा था।
तबीयत बिगड़ी, अस्पताल में भर्ती
समोसा में छिपकली का हिस्सा खाने के कुछ ही देर बाद, श्रेयांश को पेट दर्द और उल्टियां होने लगीं। परिवार ने उसे तुरंत इलाज के लिए गांधी मेमोरियल अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे एडमिट किया। डॉक्टरों ने बताया कि उसकी हालत अब स्थिर है और इलाज जारी है, लेकिन यदि समय पर इलाज नहीं किया जाता, तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती थी। डॉक्टरों ने बताया कि अगर बच्चा और ज्यादा समोसा खाता या इलाज में देरी होती, तो यह और भी खतरनाक हो सकता था।
होटल मालिक पर कार्रवाई की मांग
सुरेंद्र शर्मा ने समोसे में छिपकली पाए जाने के बाद होटल मालिक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि इस लापरवाही के कारण उनके बेटे की तबीयत बिगड़ी और यह बहुत गंभीर समस्या बन सकती थी। सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि वह इस मामले में खाद्य विभाग और पुलिस से शिकायत करेंगे और होटल मालिक के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग करेंगे।
फूड सेफ्टी और गुणवत्ता पर सवाल
यह घटना खाद्य सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता का विषय बन गई है। समोसा जैसे लोकप्रिय और आम खाने में इस तरह की लापरवाही से लोगों की सेहत पर खतरा हो सकता है। खासकर बच्चों के मामले में यह और भी संवेदनशील हो जाता है, क्योंकि बच्चे सामान्यत: किसी भी खाद्य पदार्थ को बिना किसी संकोच के खा लेते हैं। इस घटना ने बाजार में बिकने वाले खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता और सफाई के मानकों पर सवाल खड़ा कर दिया है।