कौन है लिआ, माया और नेविल? जो Ratan Tata के बन सकते हैं 3800 करोड़ के साम्राज्य के उत्तराधिकारी
punjabkesari.in Thursday, Oct 10, 2024 - 08:31 AM (IST)
नेशनल डेस्क: देश के प्रतिष्ठित उद्योगपति रतन टाटा का बुधवार देर रात मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया। अब टाटा समूह की विशाल विरासत उनकी अगली पीढ़ी संभालेगी, जिस पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं। नमक से लेकर सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री तक फैले इस समूह का नेतृत्व करने के लिए तीन प्रमुख नाम सामने आ रहे हैं, जो रतन टाटा के उत्तराधिकारी माने जा रहे हैं।
लिआह, माया और नेविल टाटा बन सकते हैं उत्तराधिकारी
रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा के बच्चे – लिआह टाटा, माया टाटा और नेविल टाटा – टाटा समूह में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभा रहे हैं और अब उनकी उत्तराधिकार सूची में सबसे आगे हैं।
लिआह टाटा, जो सबसे बड़ी हैं, ने मैड्रिड के IE बिजनेस स्कूल से मार्केटिंग में मास्टर्स की डिग्री हासिल की है। उन्होंने 2006 में ताज होटल्स में सहायक बिक्री प्रबंधक के रूप में करियर की शुरुआत की थी और वर्तमान में द इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड (IHCL) में उपाध्यक्ष के पद पर कार्यरत हैं।
माया टाटा, रतन टाटा की छोटी बेटी, ने टाटा कैपिटल में एक विश्लेषक के रूप में अपने करियर की शुरुआत की। वहीं, उनके भाई नेविल टाटा ट्रेंट लिमिटेड में सक्रिय हैं, जो उनके पिता नोएल टाटा द्वारा स्थापित खुदरा श्रृंखला है।
Tata Group की नई पीढ़ी पर टिकी निगाहें
रतन टाटा ने 1991 में टाटा समूह की अध्यक्षता संभाली थी और उनके नेतृत्व में कंपनी ने कई ऐतिहासिक उपलब्धियाँ हासिल कीं, जिनमें 2004 में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) का सार्वजनिक होना और 1996 में टाटा टेलीसर्विसेज की स्थापना शामिल हैं। 2012 में अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद भी उन्होंने समूह में मानद चेयरमैन एमेरिटस की भूमिका निभाई और भारतीय परोपकार में टाटा ट्रस्ट का नेतृत्व जारी रखा।
रतन टाटा को उनकी उल्लेखनीय सेवाओं के लिए 2000 में पद्म भूषण और 2008 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। उनके निधन के साथ ही टाटा समूह की अगली पीढ़ी अब इस विशाल विरासत को आगे ले जाने के लिए तैयार है।