Kerala: वायनाड जिले में भूस्खलन के बाद रहस्यमयी आवाजों से दहशत में राज्य, लोगों में डर का माहौल
punjabkesari.in Saturday, Aug 10, 2024 - 05:21 PM (IST)
नेशनल डेस्क: केरल के वायनाड जिले में हालिया भूस्खलनों के बाद, इलाके के निवासियों को शुक्रवार सुबह धरती के नीचे से आने वाली तेज आवाजों और झटकों ने दहशत में डाल दिया। अंबालावायल गांव और व्यथिरी तालुक के निवासियों ने सुबह करीब 10:15 बजे एक जोरदार आवाज सुनी, जिससे पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। इन आवाजों के स्रोत का पता नहीं चल पाया है, जिससे लोगों में डर और भी बढ़ गया है।
प्रशासन की त्वरित प्रतिक्रिया
वायनाड की जिला कलेक्टर डी. आर. मेघश्री ने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने के लिए प्रशासन ने त्वरित कदम उठाए हैं। अंबालावायल गांव और व्यथिरी तालुक के रिहायशी इलाकों से लोगों को सुरक्षित निकालने के बाद, प्रशासन ने प्रभावित इलाकों में स्कूलों को बंद करने का भी आदेश दिया। सरकारी अधिकारी अब इन रहस्यमयी आवाजों और झटकों की जांच कर रहे हैं।
केएसडीएमए की जांच
केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) भी सक्रिय हो गया है। उन्होंने भूकंपीय रिकॉर्ड की जांच की है, लेकिन अब तक किसी भी प्रकार की भूकंपीय हलचल के संकेत नहीं मिले हैं। फिर भी, स्थानीय स्तर पर गहन जांच की जा रही है कि कहीं कुछ असामान्य तो नहीं हो रहा।
भूस्खलन का भयावह अनुभव
वायनाड में हालिया भूस्खलन से 226 लोग मारे गए और कई अन्य लापता हो गए हैं। जो लोग इस भूस्खलन में जीवित बचे, उन्होंने अपने प्रियजनों को मलबे में दबते और बहते देखा है। शशिंद्रन, जो इस भयावह घटना के गवाह हैं, बताते हैं, "हमने असहाय होकर अपने लोगों को मदद के लिए चिल्लाते और बहते हुए देखा, लेकिन हमारे पास उन्हें बचाने का कोई रास्ता नहीं था।"
परिजनों की तलाश
भूस्खलन के बाद पहली बार, अपने लापता परिजनों की तलाश में लोग चूरलमाला पहुंचे हैं। विनाशकारी घटना के बाद, इन लोगों के चेहरे पर अपने प्रियजनों के जीवित बचे होने की उम्मीद और सबकुछ खो देने का गम साफ नजर आता है। मोहनन, जो इस तबाही का सामना कर रहे बचे हुए लोगों में से एक हैं, अपने लापता भाइयों की तलाश में हैं।
टूटती आवाज में मोहनन ने कहा, "हम उम्मीद कर रहे हैं कि कम से कम हमारे प्रियजनों के शरीर का कोई अंग तो मिल जाए।" मोहनन और अन्य जीवित बचे लोग शुक्रवार को संयुक्त खोज अभियान में शामिल हुए। उन्होंने सरकार से क्षेत्र के स्थानीय लोगों को खोज अभियान में शामिल करने का आग्रह किया था, क्योंकि वे इलाके को अच्छी तरह से जानते हैं।
निष्कर्ष
वायनाड में रहस्यमयी आवाजों और भूस्खलन के बाद के हालात ने लोगों को भय और चिंता में डाल दिया है। प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें इस संकट से निपटने के लिए प्रयासरत हैं, लेकिन प्रभावित लोगों के लिए यह समय अत्यंत कठिन और चुनौतीपूर्ण है।