वैष्णो देवी मंदिर मार्ग पर भूस्खलन, दो महिलाओं की मौत; पंजाब और UP की थीं रहने वाली
punjabkesari.in Monday, Sep 02, 2024 - 08:17 PM (IST)
नेशनल डेस्क: जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में वैष्णो देवी मंदिर के नये मार्ग पर सोमवार को भूस्खलन होने से दो महिला तीर्थयात्रियों की मौत हो गई जबकि पांच वर्ष की एक बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गई। अधिकारियों ने बताया कि इस घटना में जान गंवाने वाली दोनों महिलाएं पंजाब और उत्तर प्रदेश की रहने वाली थीं। उन्होंने बताया कि भूस्खलन के बाद हिमकोटि मार्ग पर तीर्थयात्रियों की आवाजाही रोक दी गई, लेकिन त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित मंदिर की तीर्थयात्रा पारंपरिक सांझीछत मार्ग से जारी रही।
कहां और कितन बजे हुआ हादसा?
अधिकारियों ने बताया कि भूस्खलन अपराह्न करीब सवा दो बजे भवन से तीन किलोमीटर पहले पंछी के पास हुआ। उन्होंने बताया कि इसमें मार्ग के ऊपर बनाया गया लोहे के ढांचे का एक हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हो गया। अधिकारियों ने बताया कि मंदिर की ओर जा रहे तीर्थयात्री भूस्खलन के बाद लोहे के ढांचे के नीचे फंस गए। अधिकारियों के अनुसार, भूस्खलन पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश के कारण पत्थर गिरने से हुआ।
घटनास्थल पर पहुंचा आपदा प्रबंधन दल
रियासी के उपायुक्त विशेष पॉल महाजन ने घटना में दो महिलाओं की मौत होने और एक बच्ची के घायल होने की पुष्टि की और कहा कि पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर रवाना हो गए हैं। महाजन भी स्थिति का जायजा लेने तथा घायल बच्ची का व्यक्तिगत रूप से हाल जानने के लिए वैष्णो देवी तीर्थयात्रियों के आधार शिविर कटरा के लिए रवाना हो गए। अधिकारियों ने बताया कि श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (एसएमवीडीएसबी) के आपदा प्रबंधन दल तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और बचाव अभियान शुरू किया।
मृतकों की हुई पहचान
अधिकारियों ने बताया कि मृतकों की पहचान पंजाब के गुरदासपुर के ध्यानपुर गांव की सपना (27) और उत्तर प्रदेश के कानपुर की नेहा (23) के रूप में हुई है। घायल लड़की - कानपुर की रहने वाली सानवी - को उपचार के लिए श्री माता वैष्णो देवी नारायण सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायल लड़की के दादा एल प्रसाद ने बताया कि वे मंदिर मार्ग पर चढ़ाई से थोड़ा विराम ले रहे थे, तभी पुलिस ने बंदरों के भय के कारण मार्ग को खाली कराना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा, "अचानक भूस्खलन हुआ और मलबा टिन शेड पर गिर गया, जो ढह गया।" वर्ष 2022 में नये साल के दिन, मंदिर में भगदड़ मचने से 12 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी जबकि 16 अन्य घायल हो गए थे।