मोबाइल फोन, पर्स छीना...कोलकाता के युवक का दावा- बांग्लादेश में भारतीय होने के कारण मुझे पीटा गया
punjabkesari.in Sunday, Dec 01, 2024 - 11:08 PM (IST)
कोलकाताः पड़ोसी देश बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर हमलों की खबरों के बीच कोलकाता के एक युवक ने दावा किया है कि ढाका में अज्ञात लोगों को जब पता चला कि वह भारतीय हिंदू है तो उन्होंने उसकी पिटाई की। पश्चिम बंगाल की राजधानी के उत्तरी छोर पर स्थित बेलघरिया क्षेत्र के रहने वाले 22 वर्षीय सायन घोष 23 नवंबर को बांग्लादेश गए थे और एक मित्र के यहां ठहरे थे। वहां परिवार ने उन्हें अपने बेटे की तरह रखा।
घोष ने रविवार को मीडिया से कहा, "हालांकि 26 नवंबर की देर शाम जब मैं और मेरा दोस्त टहलने निकले तो चार-पांच युवकों के एक समूह ने मेरे दोस्त के घर से करीब 70 मीटर की दूरी पर मुझे घेर लिया। उन्होंने मुझसे मेरी पहचान पूछी। जब मैंने उन्हें बताया कि मैं भारत से हूं और हिंदू हूं तो उन्होंने मुझे लात-घूंसे मारने शुरू कर दिए और यहां तक कि मेरे दोस्त पर भी हमला कर दिया, जिसने मुझे बचाने की कोशिश की।"
उन्होंने कहा, "उन्होंने चाकू की नोंक पर मेरा मोबाइल फोन और बटुआ भी छीन लिया। कोई भी राहगीर हमारी मदद के लिए आगे नहीं आया। आस-पास कोई पुलिसकर्मी भी नहीं था। घटना के बाद हम श्यामपुर पुलिस थाने गए, लेकिन उन्होंने कोई शिकायत दर्ज करने से इनकार कर दिया। इसके बजाय वे बार-बार मुझसे पूछते रहे कि मैं बांग्लादेश क्यों आया। जब मैंने उन्हें अपना पासपोर्ट और वीजा दिखाया और अपने दोस्त और उसके परिवार के सदस्यों से बात की तो वे संतुष्ट हुए और मुझसे मेरे घावों का इलाज कराने को कहा।"
घोष ने दावा किया कि दो निजी अस्पतालों में उनका इलाज करने से मना कर दिया गया और अंत में उन्हें ढाका मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल जाना पड़ा। घोष ने बताया, "घटना के तीन घंटे बाद मुझे वहां उपचार मिला। मेरे माथे और सिर पर कई टांके लगे और मेरे मुंह पर भी चोट आई।"