राहुल, खरगे का बीजेपी पर आरोप: महाराष्ट्र के बाद बिहार में चुनाव ‘चोरी करने'' की फिराक में
punjabkesari.in Friday, Jul 11, 2025 - 06:31 PM (IST)

नेशनल डेस्क: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर छिड़े विवाद के बीच शुक्रवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) महाराष्ट्र की तरह बिहार में भी आगामी विधानसभा चुनाव को ‘‘चोरी करने'' का प्रयास कर रही है। राहुल गांधी ने कहा कि बिहार में इस प्रयास को ‘इंडिया' (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) गठबंधन के घटक दलों द्वारा विफल किया जाएगा। कांग्रेस के दोनों शीर्ष नेताओं ने यहां ‘संविधान बचाओ समावेश' कार्यक्रम को संबोधित किया और जनता का आह्वान किया कि वे ओडिशा में ‘‘जल, जंगल, जमीन'' छीनने वाली सरकार को सत्ता से बेदखल करें। राहुल गांधी ने आरोप लगाया, ‘‘महाराष्ट्र की तरह, बिहार में भी चुनाव को चोरी करने की कोशिश की जा रही है। भाजपा पूरे देश में हमारे संविधान पर हमला कर रही है।'' उन्होंने दावा किया कि ‘इंडिया' गठबंधन की बैठक में घटक दलों ने, बिहार में भाजपा को चुनाव की ‘‘चोरी करने'' से रोकने का फैसला किया है। बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग भाजपा के हित में काम कर रहा है और अपना कर्तव्य नहीं निभा रहा है।
खरगे ने पुनरीक्षण मामले का हवाला देते हुए कहा कि लोगों मतदान के अधिकार को छीनने का प्रयास हो रही है कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया, ‘‘महाराष्ट्र में जो सरकार बनाई है वह चोरी (से) और चोरों की सरकार है। 85 लाख वोट को बदलकर वहां भाजपा ने सरकार बनाई। आज वही कोशिश बिहार में हो रही है। बिहार में सात करोड़ मदाताओं में से दो करोड़ मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से काटे जा रहे हैं।'' उन्होंने लोगों से सवाल किया, ‘‘क्या सत्ता में ऐसे लोग चाहिए, क्या इससे लोकतंत्र बचेगा?'' खरगे ने कहा कि ऐसे गद्दारों को सत्ता से निकाल देना चाहिए, उन्हें सबक सिखाना चाहिए। राहुल गांधी ने आरोप लगाया, ‘‘भाजपा पांच-छह पूंजीपतियों के लिए सरकार चलाती है। यह देश के आम लोगों के लिए काम नहीं करती।'' पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि ‘‘जल, जंगल, जमीन'' आदिवासियों के हैं और उनके ही रहेंगे। राहुल गांधी ने दावा किया कि ओडिशा की भाजपा सरकार ने पंचायत (अनुसूचित क्षेत्रों तक विस्तार) अधिनियम, 1996 को लागू नहीं किया है। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘यहां आदिवासियों को वन अधिकार पट्टे नहीं दिए जाते। कांग्रेस ‘पेसा' (पंचायत (अनुसूचित क्षेत्रों तक विस्तार) अधिनियम) और आदिवासी विधेयक लेकर आई। हम इन कानूनों को लागू करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि आदिवासियों को उनकी जमीन मिले।'' उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और ओडिशा में भाजपा की सरकार उद्योगपति गौतम अदाणी चलाते हैं।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, ‘‘यह ओडिशा की सरकार नहीं है, यह अदाणी जैसे 5-6 अरबपतियों की सरकार है।'' उन्होंने दावा किया कि श्री जगन्नाथ यात्रा के रथ को अदाणी और उनके परिवार के लिए रोक दिया गया था। राहुल गांधी के इस आरोप पर ओडिशा सरकार की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने जाति जनगणना का मुद्दा उठाते हुए कहा कि ओडिशा में यह भी जरूरी है ताकि सबकी भागीदारी सुनिश्चित हो सके। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने बेरोजगारी के मुद्दे पर भाजपा सरकार को घेरा। उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि क्या आपकी सरकार ने ओडिशा के युवाओं को कितना रोजगार दिया है? यह जो बड़े-बड़े उद्योग आते हैं, बड़ी-बड़ी कंपनियां आती हैं, वो आपकी जमीन ले जाती हैं, आपका धन, आपकी प्राकृतिक दौलत ले जाती हैं। लेकिन ये आपके कितने लोगों को रोजगार देती हैं?'' उन्होंने कहा, ‘‘पहले आपके छोटे कारोबार, छोटी कंपनियों और छोटे एवं मध्यम कारोबार को खत्म करती हैं और फिर आपकी जमीन, आपका धन, आपका जंगल, आपका जल छीन लेती हैं।'' कांग्रेस नेता ने दावा किया कि पिछले कुछ वर्षों में ओडिशा में 40 हजार से ज्यादा महिलाएं गायब हो गई हैं, लेकिन आज तक किसी को नहीं पता कि यह महिलाएं कहां गईं। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘यहां महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहा है। ओडिशा में हर दिन 15 महिलाओं का बलात्कार होता है, लेकिन यहां की सरकार को इससे कोई मतलब नहीं है।
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राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वो भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए कमर कस लें। कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा ओडिशा सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने दावा किया, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी पाकिस्तान तो बिन बुलाए चले जाते हैं, हर नेता से जाकर गले मिलते हैं, लेकिन मणिपुर की उपेक्षा करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी को देश से कोई हमदर्दी नहीं है। उनका सिर्फ इसी बात पर ध्यान है कि कौन बुलाकर गले में हार डालेगा... किस देश में जाकर मैं सर्वोच्च पुरस्कार ले लूं। उनके पास न मणिपुर जाने की हिम्मत है और न ही वो जाना चाहते हैं।'' उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा संविधान से धर्मनिरपेक्ष और समाजवाद शब्दों को हटाना और पूरा संविधान ही खत्म करना चाहती है।