Video: लंदन में जयशंकर की गाड़ी को खालिस्तान समर्थकों ने बनाया निशाना, भड़काऊ नारे लगाए ! भारत ने लगाई ब्रिटेन की क्लास
punjabkesari.in Thursday, Mar 06, 2025 - 01:45 PM (IST)

London: ब्रिटेन के लंदन शहर में खालिस्तान समर्थक एक छोटे समूह के प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षा घेरा तोड़कर विदेश मंत्री एस जयशंकर के काफिले को निशाना बनाने की कोशिश की। यह घटना तब हुई जब एस जयशंकर ‘चैथम हाउस’ थिंक टैंक के मुख्यालय से बाहर निकल रहे थे। प्रदर्शनकारियों का एक समूह खालिस्तान के झंडे लहरा रहा था और वे भड़काऊ नारे लगा रहे थे। सुरक्षा बलों ने उन्हें नियंत्रित करने के लिए अवरोधक लगाए थे और बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को भी तैनात किया गया था। हालांकि, इस दौरान एक व्यक्ति ने भारत का झंडा पकड़े हुए अवरोधकों को पार कर लिया और मंत्री की कार का रास्ता रोकने का प्रयास किया। पुलिस ने तुरंत उसे पकड़ लिया और उसे एक ओर ले गए। घटना के बाद मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने बताया कि इस मामले में अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
Khalistani elements attempted to attack and insult @DrSJaishankar by desecrating the Indian flag on British soil. This is a serious concern and raises questions about security lapses in London. #London #Khalistani @PMOIndia @HMOIndia @metpoliceuk @HCI_London pic.twitter.com/NUqR5d6Z7r
— Gayatri 🇬🇧🇮🇳(BharatKiBeti) (@changu311) March 5, 2025
इस घटना की गंभीरता को देखते हुए भारत ने इस हमले की निंदा की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, "हम इस तरह की उकसावे वाली गतिविधियों की कड़ी निंदा करते हैं, जो एक छोटे से अलगाववादी और चरमपंथी समूह द्वारा की गई हैं। हम उम्मीद करते हैं कि ब्रिटिश सरकार इस मामले में अपनी कूटनीतिक जिम्मेदारियों का पालन करेगी।" उन्होंने यह भी कहा कि यह घटना एक स्पष्ट सुरक्षा चूक का परिणाम है और इसे पूरी गंभीरता से लिया जाना चाहिए।सामुदायिक संगठन ‘इनसाइट यूके’ ने इस घटना का फुटेज सोशल मीडिया पर साझा किया और इसे “शर्मनाक” बताया, विशेष रूप से उस समय पर जब एस जयशंकर ब्रिटेन में विदेश मंत्री डेविड लैमी के साथ द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा कर रहे थे।
🚨London is doomed with Khalistanis and Islamists!!
— BALA (@erbmjha) March 6, 2025
Khalistanis attacked Dr. S Jaishankar, tore the Tiranga and raised Khalistan Zindabad slogans.
Complete breakdown of law & order with the govt & police standing as mute spectator. pic.twitter.com/OdArWYps8b
‘इनसाइट यूके’ ने कहा, “यह घटना बेहद दुखद है और यह तब हुई जब भारत के विदेश मंत्री ने ब्रिटेन में अपनी यात्रा के दौरान द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक की थी।” इससे पहले, जयशंकर ने ‘चैथम हाउस’ में एक सत्र के दौरान भारत के मानवाधिकार रिकॉर्ड पर सवालों का जवाब दिया था। उन्होंने कहा कि मानवाधिकारों को लेकर भारत पर अक्सर राजनीतिक कारणों से निशाना साधा जाता है। जयशंकर ने कहा, “हम परिपूर्ण नहीं हैं, कोई भी परिपूर्ण नहीं है, लेकिन यदि हम भारत के मानवाधिकार रिकॉर्ड की बात करें तो यह बहुत मजबूत है।”
उन्होंने यह भी कहा कि एक विश्वसनीय लोकतंत्र के रूप में, जहां लोग सरकार पर विश्वास कर रहे हैं, भारत का लोकतांत्रिक व्यवस्था में बहुत मजबूत स्थान है। उन्होंने कहा, “जहां सरकार ने अपने नागरिकों के साथ निष्पक्ष व्यवहार किया है, वहां मानवाधिकारों पर व्यापक चिंता अनुचित है।”यह घटना इस समय हुई जब एस जयशंकर की ब्रिटेन यात्रा और डेविड लैमी के साथ द्विपक्षीय बैठक के बाद भारत के विदेश मंत्री ने भारतीय लोकतंत्र और मानवाधिकारों के विषय में अपनी बात रखी थी। इस हमले को लेकर भारत ने ब्रिटिश सरकार से कड़ा आह्वान किया है कि वह अपने कूटनीतिक दायित्वों का पूरी तरह पालन करे और इस प्रकार की घटनाओं पर रोक लगाए।