केरल में BLO की आत्महत्या के बाद SIR पर हंगामा, मुस्लिम लीग ने SC में दी चुनौती
punjabkesari.in Monday, Nov 17, 2025 - 02:44 PM (IST)
नेशनल डेस्क : केरल में विशेष गहन संशोधन (Special Intensive Revision - SIR) को लेकर विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर केरल में SIR प्रक्रिया को तत्काल रोकने की मांग की है। याचिका में कहा गया है कि इस प्रक्रिया से अधिकारियों पर भारी दबाव पड़ रहा है और वे इसे झेलने में असमर्थ हैं।
याचिका में कन्नूर जिले के पय्यानूर में बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) अनीश जॉर्ज की आत्महत्या का भी उदाहरण दिया गया है। लीग का कहना है कि SIR के कारण पैदा हुए तनाव की वजह से यह दुखद घटना हुई। मुस्लिम लीग के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद पी.के. कुन्हालीकुट्टी के निर्देश पर राज्यसभा सांसद एवं वरिष्ठ वकील एडवोकेट हैरिस बीरन ने यह याचिका दायर की है।
एक महीने लागू करने की योजना
याचिका में तर्क दिया गया है कि केरल में इन दिनों पंचायत, नगरपालिका और निगमों के स्थानीय निकाय चुनाव चल रहे हैं। सभी राजनीतिक दल और सरकारी अधिकारी इन चुनावों में पूरी तरह व्यस्त हैं। ऐसे में एक महीने के भीतर SIR पूरा करने की चुनाव आयोग की योजना पूरी तरह अव्यावहारिक है। लीग ने यह भी कहा कि इस प्रक्रिया से अनिवासी केरलवासियों (NRK) सहित आम नागरिकों को भारी परेशानी हो रही है। इसलिए SIR को कम से कम केरल में तत्काल निलंबित किया जाए।
2026 में होने हैं विधानसभा चुनाव
केरल में अप्रैल 2026 में 15वीं विधानसभा के लिए चुनाव होने हैं। 140 सीटों वाली इस विधानसभा के गठन से पहले चुनाव आयोग मतदाता सूची को दुरुस्त करने के लिए पूरे देश में SIR अभियान चला रहा है। केरल में भी यह प्रक्रिया जोर-शोर से चल रही थी, लेकिन अब मुस्लिम लीग ने इसे कानूनी चुनौती दे दी है।
बिहार के बाद अब कुल 12 राज्यों में SIR लागू किया जा रहा है, जिसका विभिन्न विपक्षी दलों ने कड़ा विरोध किया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने साफ कह दिया है कि वे बंगाल में SIR किसी भी कीमत पर लागू नहीं होने देंगी। वहीं उत्तर प्रदेश के समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हाल ही में संपन्न बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की हार का एक बड़ा कारण SIR को ही बताया था। केरल में मुस्लिम लीग के बाद अब देखना यह है कि सुप्रीम कोर्ट इस याचिका पर कब सुनवाई करता है और SIR को लेकर देशव्यापी विवाद का क्या नतीजा निकलता है।
