Worlds Largest Roti: दुनिया की सबसे बड़ी रोटी सोशल मीडिया पर हो रही वायरल, उठाने के लिए चाहिए 12 लोग
punjabkesari.in Wednesday, Nov 19, 2025 - 12:56 PM (IST)
नेशनल डेस्क। सोशल मीडिया पर इन दिनों एक ऐसा वीडियो ताबड़तोड़ वायरल हो रहा है जिसने लोगों को हंसने पर मजबूर कर दिया है। केन्या के कंटेंट क्रिएटर रेमंड काहुमा और उनकी टीम ने दुनिया की सबसे बड़ी चपाती (रोटी) बनाने की कोशिश की थी जिसका दावा था कि इसका वज़न 200 किलोग्राम होगा और यह सीधे गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स को चुनौती देगी। हालांकि यह 'मेगा चपाती मिशन' रिकॉर्ड बनाने के बजाय अपने शानदार फेल स्टंट के लिए इंटरनेट पर वायरल हो गया है।
भारी भरकम तैयारी, पल भर में निराशा
वीडियो में इस विशाल चपाती को बनाने की ज़ोरों-शोरों से की गई तैयारियों को दिखाया गया है। टीम ने 2 मीटर का तवा और उसे रखने के लिए ईंटों से एक बड़ा चूल्हा तैयार किया। रोटी को सफलतापूर्वक तैयार कर लिया गया था और उसकी एक ओर से सिकाई भी पूरी हो गई थी। जब कारीगरों ने रोटी पलटने के लिए 20 लकड़ी के पैडल एक साथ नीचे सरकाए और उसे उठाने की कोशिश की तो कहानी अचानक पलट गई। विशालकाय चपाती किनारों से चिरने लगी, बीच से दरकने लगी और कुछ ही सेकंड में कागज़ की तरह बिखर गई। रिकॉर्ड बनाने निकले लोग बस अपना रिकॉर्ड फेल होते हुए ही देख पाए।
तैयारी में लगे ₹1.20 लाख और ये सामान
इस प्रयास में टीम ने बड़ी मात्रा में संसाधन और पैसा खर्च किया। रोटी बनाने के लिए 2 मीटर का तवा, हाथों से तैयार किया गया स्पेशल चूल्हा, 20 लकड़ी के फ्लिप पैडल और चार बोरी कोयले का इस्तेमाल किया गया। दावा किया गया है कि इस 'महाचपाती' को बनाने में करीब ₹1 लाख 20 हज़ार का खर्च आया था। बनाने वालों को पूरा यकीन था कि उनकी तैयारी देखकर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स वाले उन्हें मेडल सौंप देंगे लेकिन नियति ने कुछ और ही तय किया था।
यूजर्स बोले: 'लगे रहो, एक दिन जरूर होगा'
यह वीडियो raymondkahuma नाम के इंस्टाग्राम अकाउंट से शेयर किया गया है जिसे अब तक लाखों लोग देख चुके हैं। सोशल मीडिया यूज़र्स इस प्रयास पर तरह-तरह के रिएक्शन दे रहे हैं:
एक यूज़र ने टीम का हौसला बढ़ाते हुए लिखा, "क्या शानदार प्रयास था, लगे रहो एक दिन जरूर होगा।"
वहीं, कई यूज़र्स ने दुख व्यक्त किया, "सारी मेहनत पर पानी फिर गया।"
एक यूज़र ने मज़ाक में कहा कि, "रिकॉर्ड बनाने के लिए जितनी मेहनत चाहिए थी शायद उतनी हुई नहीं।"
