करतारपुर कॉरीडोर पर पाक का अड़ंगा, रखी कई शर्तें
punjabkesari.in Sunday, Dec 30, 2018 - 10:46 AM (IST)
नई दिल्लीः करतारपुर कॉरीडोर की आधारशिला रखने के एक महीने बाद पाकिस्तान ने पहला कदम उठाया है। पाकिस्तान सरकार ने इस कॉरीडोर के संचालन को लेकर दोनों देशों की बैठक से पहले भारत को अपनी ओर से तैयार किया गया ड्राफ्ट भेजा है। पाकिस्तान की ओर से भेजे गए इस ड्राफ्ट में कहा गया है कि गलियारे का मुख्य उद्देश्य करतारपुर में भारतीय तीर्थयात्रियों के लिए वीजा मुक्त यात्रा की सुविधा प्रदान करना है और इसके लिए दोनों पक्षों को सक्रिय होना चाहिए ताकि वे अपने-अपने क्षेत्र में बुनियादी ढांचा तैयार कर सकें। ड्राफ्ट में यह भी कहा गया है कि भारतीय तीर्थयात्रियों का डाटाबेस दोनों देश तैयार करेंगे।
इस डाटाबेस में उनकी मौजूदा जानकारी होगी। अपने ड्राफ्ट में पाकिस्तान का कहना है कि वह किसी भी समय तीर्थयात्री को मना करने का अधिकार सुरक्षित रखता है और यह समझौता दोनों देशों के राष्ट्रीय कानूनों के अनुसार लागू किया जाएगा। पाकिस्तान के कानूनों और नियमों का पालन करने वाले तीर्थयात्रियों के लिए कोई छूट नहीं होगी। हालांकि इस कॉरीडोर को लेकर अभी दोनों देशों के बीच बातचीत होनी है लेकिन उससे पहले पाकिस्तान ने अपना रुख भारत को भेज दिया है। अगर भारत पाकिस्तान के इस ड्राफ्ट पर राजी हो जाता है तो दोनों पक्षों के हस्ताक्षर के बाद यह समझौता लागू हो जाएगा। अगर राजी नहीं होता है तो इसमें संशोधन किया जा सकता है। हालांकि भारत के सूत्रों ने कहा है कि करतारपुर कॉरीडोर राजनीतिक नहीं बल्कि एक सांस्कृतिक पहल है। हमें तौर-तरीकों और सुरक्षा के मुद्दे पर काम करना होगा। इसका मतलब यह नहीं है कि हम बातचीत शुरू करेंगे।
पाकिस्तान तीर्थयात्रियों को इन शर्तों के तहत कॉरीडोर तक आने की अनुमति देगा
- समूह में कम से कम 15 तीर्थयात्री हों।
- तीर्थयात्रियों को अपने पास वैध पासपोर्ट और प्रासंगिक सुरक्षा निकासी दस्तावेज रखना होगा।
- भारत को तीर्थयात्रियों के सभी विवरणों के साथ उनके आने की सूचना 3 दिन पहले देनी होगी।
- परमिट सिर्फ करतारपुर की यात्रा के लिए जारी किया जाएगा।
- एक दिन में 500 से अधिक तीर्थयात्रियों को आने का परमिट नहीं दिया जाएगा।
- भारतीय तीर्थयात्रियों के लिए गलियारा केवल सुबह 8 से शाम 5 बजे तक ही खुला रहेगा।