कर्नाटक चुनाव: सिद्धारमैया के लिए चुनौती बनी यह सीट

punjabkesari.in Tuesday, May 08, 2018 - 03:53 PM (IST)

नेशनल डेस्क: कर्नाटक में बागलकोट जिले की हाईप्रोफाइल बादामी विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी तथा कांग्रेस ने बाहरी प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे हैं। दोनों दलों की सभाओं में लोगों की अच्छी भीड़ उमड़ रही है जिससे इस सीट पर कांटे का मुकाबला नजर आ रहा है और मुख्यमंत्री सिद्दारामैया के लिए यहां से जीत दर्ज करना चुनौतीपूर्ण बन गया है। बादामी सीट पर भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवार बाहरी हैं और दोनों ही दो-दो स्थानों से चुनाव लड़ रहे हैं।

सिद्धारमैया 2 सीटों से लड़ रहे हैं चुनाव
मुख्यमंत्री के खिलाफ यहां से भाजपा के बी श्रीमालु चुनाव मैदान में हैं। श्रीमालु भाजपा सरकार बनने पर उपमुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं। वह बेल्लारी से लोकसभा सदस्य हैं। बदामी के अलावा वह चित्रदुर्ग जिले की मल्कानमुरु सीट से भी चुनाव लड़ रहे हैं। इसी तरह से सिद्दारामैया बादामी के अलावा मैसूर के चामुंडेश्वरी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। जनता दल (सेक्युलर ) ने हनुमंत मावनामारड को यहां से उम्मीदवार बनाया हैं। उनका दावा है कि वह 12 साल से जिले की राजनीति में सक्रिय हैं और अपने काम के कारण लोगों में उनकी अच्छी पकड़ है।

दस निर्दलीय भी अपना रहे भाग्य 
जद (एस) नेता एच डी कुमारस्वामी इस सीट पर भाजपा तथा कांग्रेस के लिए मुसीबत पैदा किए हुये हैं। सोमवार को उन्होंने सभा में बदामी के विकास को लेकर सवाल उठाए। वह दोनों दलों के उम्मीदवारों पर बाहरी होने और जनता को गुमराह करने का आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पांच साल तक मुख्यमंत्री ने इस क्षेत्र को देखा तक नहीं है तो चुनाव के समय ही उन्हें यहां की याद कैसे आ गयी। यहां से दस निर्दलीय भी भाग्य आजमा रहे हैं। बादामी में 5वीं से 8वीं शताब्दी तक चालुक्य शासकों का समृद्ध साम्राज्य रहा है। बादामी के चालुक्य शासकों ने यहां चालुक्य शैली के मंदिरों का निर्माण कराया था। चालुक्य शासकों ने यहां कई युद्ध लड़े और अपने शासन का विस्तार किया। चालुक्य साम्राज्य के समय निर्मित विशिष्ठ शैली के मंदिरों के कारण यह क्षेत्र आज पर्यटन के लिहाज से महत्वपूर्ण बन गया है। 


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vasudha

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