कर्नाटक संकटः स्पीकर बोले-मुझसे आकर मिलें सभी MLA, तभी मंजूर होगा इस्तीफा
punjabkesari.in Tuesday, Jul 09, 2019 - 11:46 AM (IST)
बेंगलुरु: कांग्रेस और जनता दल (एस) विधायक दल में बगावत तथा कुछ विधायकों के इस्तीफा देने के बाद कुमारस्वामी अपनी सरकार बचाने के लिए कड़ी मशक्कत कर रहे हैं। वहीं कर्नाटक विधानसभा स्पीकर रमेश कुमार ने इस संकट पर दो टूक जवाब दिया कि जिस भी विधायक को इस्तीफा देना है, उन्हें मेरे पास आना ही होगा। उन्होंने कहा कि अगर पोस्टल सर्विस से ही इस्तीफे मंजूर होंगे, तो यहां पर मेरा क्या काम है। उन्होंने कहा कि इसके लिए कोई समय की पाबंदी नहीं है, मैं नियमों के अनुसार ही फैसला लूंगा, लेकिन सभी विधायक खुद मेरे पास आएं।
विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार यदि 13 विधायकों के इस्तीफे स्वीकार कर लेते है तो सत्तारूढ़ गठबंधन को बहुमत खोने के खतरे का सामना करना पड़ सकता है।
कांग्रेस-जेडीएस मंत्रियों ने दिए इस्तीफे
इससे पहले सोमवार को गठबंधन के दोनों दलों के मंत्रियों ने मंत्रिमंडल में फेरबदल करने और असंतुष्ट विधायकों को उसमें जगह देने का मार्ग प्रशस्त करने के वास्ते ‘‘स्वेच्छा'' से इस्तीफे दे दिए। कर्नाटक की जद (एस)-कांग्रेस गठबंधन सरकार के 13 विधायकों के इस्तीफे से सरकार के समक्ष आया संकट दो निर्दलीय विधायकों एच नागेश और आर शंकर के सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद और गहरा गया। राज्य की 13 महीने पुरानी सरकार को बचाने के प्रयास में मंत्रिमंडल में फेरबदल के कदम पर विद्रोही खेमे से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। कांग्रेस की राज्य इकाई के नेता राजीव गौड़ा के अनुसार संप्रग अध्यक्ष और कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने कहा है कि उन्हें ‘‘पूरा पूरा विश्वास'' है कि अगले दो दिनों में चीजें सामान्य हो जाएंगी।
मुंबई से गोवा पहुंचे बागी विधायक
कर्नाटक में गठबंधन सरकार के बागी विधायक और निर्दलीय विधायक सोमवार को मुंबई छोड़ गोवा पहुंच गए। कर्नाटक के राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर अब सबकी निगाहें गोवा पर टिक गई हैं। सूत्रों ने बताया कि उनके साथ मुंबई भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष मोहित भारतीय भी हैं। बेंगलुरू में जद (एस) के सूत्रों के अनुसार पार्टी विधायकों को शहर के बाहरी क्षेत्र में स्थित एक रिसॉर्ट ले जाया गया है।
वहीं कुमारस्वामी अमेरिका की अपनी दस दिवसीय यात्रा से रविवार रात को लौटे थे। कांग्रेस के 10 विधायकों और जद (एस) के तीन विधायकों ने शनिवार को विधानसभा की सदस्यता से अपने इस्तीफे सौंपे थे जिससे राज्य सरकार पर संकट पैदा हो गया था। इस बीच भाजपा ने कुमारस्वामी के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि उनकी सरकार ‘अल्पमत' में है।