सुनीता विलियम्स से कहीं ज्यादा पढ़ी-लिखी थी कल्पना चावला, इस डिग्री के साथ पहुंची थी NASA

punjabkesari.in Wednesday, Mar 19, 2025 - 04:16 PM (IST)

नेशनल डेस्क: कल्पना चावला का नाम सुनते ही सबसे पहले अंतरिक्ष में उनके अद्भुत योगदान की याद आती है। भारत की बेटी, जिन्होंने न केवल अंतरिक्ष में अपनी पहचान बनाई, बल्कि अपने शिक्षा और समर्पण से भी देश को गर्व महसूस कराया। जबकि सुनीता विलियम्स, जो भारतीय मूल की एक और अंतरिक्ष यात्री हैं, का नाम भी काफी प्रसिद्ध है, लेकिन आज हम बात करेंगे कल्पना चावला की शिक्षा और उनके शैक्षिक सफर के बारे में, जो न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि इससे यह भी स्पष्ट होता है कि कल्पना चावला सुनीता विलियम्स से कहीं ज्यादा पढ़ी-लिखी थीं।

कल्पना चावला की शैक्षिक यात्रा

कल्पना चावला का जन्म 17 मार्च 1962 को हरियाणा के करनाल में हुआ था। उनका बचपन बेहद साधारण था, लेकिन उनकी इच्छा और जुनून ने उन्हें अद्वितीय बना दिया। वे छोटी उम्र से ही अंतरिक्ष और उड़ानों के प्रति आकर्षित थीं, और इस सपने को साकार करने के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की। कल्पना ने अपनी स्कूली शिक्षा पंजाब के करनाल स्थित टैगोर बाल निकेतन स्कूल से पूरी की। यहां से उन्हें शिक्षा के साथ-साथ एक स्थिर आधार मिला, जो बाद में उनकी सफलता का कारण बना। कल्पना चावला ने अपनी इंजीनियरिंग की शिक्षा पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज, चंडीगढ़ से 1982 में पूरी की। यहां से बीटेक (बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी) की डिग्री प्राप्त करने के बाद वे अपनी शैक्षिक यात्रा को और भी ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए अमेरिका गई।

यह भी पढ़ें: अंतरिक्ष में एस्ट्रोनॉट्स शारीरिक संबंध कैसे बनाते हैं?


MSc और पीएचडी की डिग्रियां
कल्पना ने अपनी MSc (मास्टर ऑफ साइंस) की डिग्री टेक्सास विश्वविद्यालय, आर्लिंगटन से की। इसके बाद, उन्होंने एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में मास्टर ऑफ साइंस (M.S.) की डिग्री 1984 में प्राप्त की। फिर, अपने ज्ञान को और विस्तृत करने के लिए उन्होंने कोलोराडो विश्वविद्यालय से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में पीएचडी 1988 में पूरी की। कल्पना का शैक्षिक सफर बिल्कुल असाधारण था। उनके पास उच्च शिक्षा की इतनी सारी डिग्रियां थीं, जो किसी भी अन्य व्यक्ति के लिए एक आदर्श हो सकती हैं।

नासा तक का सफर कैसे किया तय?

साल 1985 में कल्पना चावला ने नासा के साथ अपनी यात्रा शुरू की। 1994 में उन्हें नासा के एस्ट्रोनॉट प्रोग्राम के लिए चुना गया। इस चयन के बाद, उनका जीवन पूरी तरह से बदल गया, और उन्होंने अपने करियर को अंतरिक्ष में एक नई ऊंचाई दी। कल्पना चावला के लिए नासा का रास्ता केवल उनकी कड़ी मेहनत और शिक्षा का परिणाम था। उनकी वैज्ञानिक उपलब्धियां न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा बनीं।

सुनीता विलियम्स और कल्पना चावला

सुनीता विलियम्स ने भी अपनी शिक्षा में बहुत मेहनत की थी, लेकिन कल्पना चावला की शैक्षिक यात्रा कहीं अधिक व्यापक थी। जहां सुनीता ने केवल मास्टर डिग्री तक शिक्षा प्राप्त की थी, वहीं कल्पना ने बीटेक, MSc, M.S., और Ph.D. जैसी उच्च शिक्षा ली थी। हालांकि दोनों ही महिलाएं अंतरिक्ष में अपनी महत्वपूर्ण भूमिकाओं के लिए प्रसिद्ध हैं, लेकिन कल्पना चावला का शैक्षिक सफर एक अलग ही मुकाम पर था।

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Ashutosh Chaubey

Related News