जावेद अख्तर ने पाकिस्तानी कहने वालों को दिया जवाब, कहा- ''मेरे बाप-दादा अंग्रेजों के खिलाफ लड़ रहे थे''

punjabkesari.in Saturday, Aug 16, 2025 - 11:45 AM (IST)

नेशनल डेस्क: प्रसिद्ध गीतकार और लेखक जावेद अख्तर ने हाल ही में सोशल मीडिया पर ट्रोलर्स को मुंहतोड़ जवाब दिया है। एक ट्रोल ने जब उनके परिवार पर आपत्तिजनक टिप्पणी की, तो जावेद अख्तर ने पलटवार करते हुए लिखा, "बेटा, जब तुम्हारे बाप-दादा अंग्रेजों के जूते चाट रहे थे, मेरे बुजुर्ग देश की आज़ादी के लिए काला पानी में मर रहे थे। अपनी औकात में रहो।"

ये भी पढ़ें- Vice President: 17 अगस्त को NDA तय करेगी उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार

 

जावेद अख्तर के परिवार का स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ाव

जावेद अख्तर का यह जवाब उनके परिवार के गौरवशाली इतिहास को दर्शाता है। उनके परदादा, फजल-ए-हक खैराबादी (1797-1861), एक जाने-माने भारतीय इस्लामी विद्वान, कवि और स्वतंत्रता सेनानी थे। उन्होंने 1857 के भारतीय विद्रोह का खुलकर समर्थन किया था और ब्रिटिश शासन के खिलाफ एक फतवा भी जारी किया था। इसी वजह से उन्हें अंडमान द्वीप समूह में स्थित कुख्यात काला पानी (सेलुलर जेल) की सजा दी गई, जहां उनका निधन हो गया।

ये भी पढ़ें- Mahindra Scorpio Classic खरीदने वाले ग्राहकों की लग गई लॉटरी, कंपनी ने दे रही भारी डिस्काउंट

 

साहित्यिक और राजनीतिक विरासत

जावेद अख्तर के परिवार की विरासत केवल स्वतंत्रता संग्राम तक सीमित नहीं है। उनके दादा, मुज्तर खैराबादी और पिता, जां निसार अख्तर दोनों ही प्रसिद्ध कवि थे। उनकी रचनाएं अक्सर स्वतंत्रता, प्रतिरोध और सामाजिक न्याय जैसे विषयों पर आधारित होती थीं, जो ब्रिटिश शासन के दौरान जन-जागरण का काम करती थीं। इस तरह जावेद अख्तर का परिवार अपनी साहित्यिक और राजनीतिक दोनों ही विरासतों के लिए जाना जाता है।

 

 

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

News Editor

Radhika

Related News